रूठे हुए दम्पत्ति मान गये, फिर से साथ रहने को राजी

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 14 मार्च 2018, 5:22 PM (IST)

बारां। पारिवारिक न्यायालय, बारां में कुछ माह से लम्बित दो प्रकरणों में सक्षम अधिकारी एवं काउंसलर द्वारा की गई समझाइश से लम्बित चल रहे प्रकरण में दम्पत्ति पुनः साथ रहने को राजी हो गये तथा रूठे हुए मान गये।

पारिवारिक न्यायालय की काउंसलर चित्रा जैन ने बताया कि मीना यादव कुन्ज बिहारी काॅलोनी, बारां की रहने वाली है। कमलेश यादव सलावटिया बिजौलिया जिला भीलवाड़ा का निवासी है जो अपनी पत्नी को अमानवीय तरीके से प्रताड़ित करता था। मारपीट करता था और जरूरत की पूर्ति न कर झगड़े पर आमादा रहता था। इसके बाद पत्नी ने पारिवारिक न्यायालय में तलाक का आवेदन लगा दिया। काउंसलर चित्रा जैन ने उन्हें समझाया तथा परिवार के रूप में साथ रहने की जरूरत बतायी। साथ ही बच्चों का भविष्य खराब होने के बारे में सचेत किया। दोनों पुनः मान गये तथा भविष्य में एक-दूसरे के प्रति प्रेम भाव से रहने की शपथ ली। इनके 5 वर्ष का एक पुत्र भी है जिसे समझौते के बाद माता-पिता का साया भी मिल गया।

दूसरे मामले में सपना बारां की रहने वाली है। दुर्गाशंकर यादव सलावटिया बिजौलिया जिला भीलवाड़ा का निवासी है। दोनों कुछ महीनों से आपसी कलह तथा मनमुटाव के कारण अलग-अलग रह रहे थे । मामला पारिवारिक न्यायालय में आने पर काउंसलर चित्रा जैन ने दोनों को समझाया। उनके गिले-शिकवे दूर करें मनमुटाव समाप्त कराया। दोनों के एक तीन वर्ष का पुत्र भी है जो माता-पिता के मनमुटाव के कारण अनाथ सा हो गया था उसे भी पुनः माँ-बाप का साया मिल गया।

पारिवारिक न्यायालय की काउंसलर चित्रा जैन ने बताया कि इस प्रकरण में संबंधित पक्ष के एडवोकेट नन्दकिषोर गुर्जर तथा एडवोकेट रघुवीर मीणा, पारिवारिक न्यायालय के काउंसलर एवं पारिवारिक न्यायालय के अधिकारीगण एवं कर्मचारियों का भी पूर्ण सहयोग मिला। अब दोनों के चेहरों पर खुषी लौट आयी है तथा दो बिगड़े हुए घर को वापस संवरने का मौका मिला है। यह भी एक संयोग की बात है कि मीना यादव तथा सपना यादव दोनों सगी बहिनें हैं तथा कमलेष यादव एवं दुर्गाषंकर यादव भी सगे भाई हैं। इसलिए भी यह समझौता बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।

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