आधार नामांकन केन्द्र के कर्मचारी हुए नदारद, लोगों ने मचाया हंगामा

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 13 मार्च 2018, 9:46 PM (IST)

राजेंद्र शर्मा जती

भरतपुर। जिला परिषद में चल रहे आधार नामांकन केन्द्र पर सोमवार को हंगामा हो गया। हुआ यूं कि आधार नामांकन केंद्र पर कार्यरत कर्मचारियों में से आधे कर्मचारी लंच का बहाना कर निजी काम से चले गए। इस दौरान आधार कार्ड बनाने का काम बाधित हो गया और भारी संख्या में मौजूद लोग आधार कार्ड नहीं बनने से परेशान होने लगे। कई घंटों तक कर्मचारियों के वापस नहीं आने पर परेशान लोगों ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं जिला कलेक्टर डॉ. एन.के. गुप्ता से शिकायत की। इसके बाद जिला कलेक्टर ने सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के अधिकारियों को मौके पर भेजा। इस दौरान भीड़ के विरोध को देखते हुए मथुरा गेट थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद मौके पर पहुंचे विभाग के प्रभारी अधिकारी बहादुरसिंह ने लोगों की शिकायत को वाजिब माना और कहा कि दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

बताया जाता है कि भरतपुर शहर में आधार कार्ड बनाने के लिए पहले चार केन्द्र संचालित किए जा रहे थे। इनमें नगर निगम के कृष्णा नगर फायर स्टेशन, हीरादास रैन बसेरा एवं एक अन्य केन्द्र के बंद हो जाने से शहर में केवल जिला परिषद में एक आधार नामांकन केन्द्र चल रहा है। इस केंद्र पर भारी भीड़ लगी रहती है। लोगों का आरोप है कि यहां काम कर रहे ऑपरेटर काम पर ध्यान नहीं देते और सरकारी योजनाओं के प्रति भी रुचि नहीं दिखाते। इसके अलावा उनका लोगों से व्यवहार भी अच्छा नहीं होता। आधार कार्ड बनाने का काम निशुल्क होने के बावजूद ये कर्मचारी लोगों से अवैध रूप से पैसे की वसूली करते हैं।

लोगों ने मौके पर मौजूद प्रभारी अधिकारी बहादुरसिंह को बताया कि जिला परिषद पर इस केंद्र पर निशुल्क आधार कार्ड बनाने के तीस रुपए एवं आधार कार्ड अपडेट कराने के 25 रुपए के स्थान पर 30 रुपए वसूले जा रहे हैं। सोमवार को दोपहर दो बजे से चार कम्प्यूटर ऑपरेटरों में से दो कम्प्यूटर ऑपरेटर नदारद थे। 5 बजे तक उनके नहीं आने से लोगों को काफी परेशानी हुई है। वहां मौजूद दो कम्प्यूटर ऑपरेटरों ने भी काम में रुचि नहीं दिखाई।

बताया गया है कि इस केन्द्र पर ऑपरेटर सुनील, चेतराम, हरीओम एवं अवधेश कार्यरत हैं। इनमें लंच के नाम पर सुनील मोटरसाइकिल का बीमा कराने के लिए चला गया और चेतराम भी अपने निजी काम से चला गया था। इन्होंने अपने मोबाइल भी बंद कर लिए। इस दौरान समाजसेवी प्रीतेश गर्ग सहित अनेक लोग जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पास पहुंचे और भारी भीड़ को देखते हुए मथुरा गेट थाना पुलिस को बुलाना पड़ा। इसकी शिकायत जिला कलेक्टर एन.के. गुप्ता से भी की गई, जिन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधिकारियों से जांच कराने एवं दोषी कम्प्यूटर ऑपरेटरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। प्रभारी अधिकारी बहादुरसिंह ने बताया कि शिकायत सही पाई गई है। इनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। शहर में तीन और आधार कार्ड केन्द्र संचालित कराने की प्रक्रिया जारी है।



ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे