श्रीलंका को छह विकेट से हरा निदास ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा भारत

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 12 मार्च 2018, 11:57 PM (IST)

कोलंबो। शार्दूल ठाकुर (27-4) के बाद मनीष पांडे (नाबाद 42) की जुझारू पारी के दम पर भारत ने सोमवार को निदास ट्रॉफी त्रिकोणीय टी-20 सीरीज के चौथे मैच में श्रीलंका को छह विकेट से मात देते हुए फाइनल में जगह बना ली है। पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने भारत के सामने 153 रनों का लक्ष्य रखा था जिसे भारत ने 17.3 ओवरों में चार विकेट खोकर हासिल कर लिया। बारिश के कारण मैच एक घंटे की देरी से शुरु हुआ और इसी कारण ओवरों की संख्या 19 पारी प्रति ओवर कर दी गई। भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंका को निर्धारित ओवरों में नौ विकेट पर 152 रनों पर सीमित करते हुए अच्छी शुरुआत के बाद भी बड़ा स्कोर बनाने से महरूम रख दिया।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने 22 रनों तक आते-आते अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों को खो दिया। अकिला धनंजय ने पहले रोहित शर्मा (11) को आउट किया फिर फॉर्म में चल रहे शिखर धवन (8) पवेलियन पहुंचाया। अनुभवी बल्लेबाज सुरेश रैना ने लोकेश राहुल (18) के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभालने की कोशिश की। रैना आतिशी अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थे। उन्होंने दो शानदार छक्के जड़े। इसी आक्रामकता में वह 62 के कुल स्कोर पर नुवान प्रदीप की गेंद पर कुशल परेरा के हाथों लपके गए। उन्होंने 15 गेंदों में 27 रन बनाए और दो छक्कों के अलावा दो चौके भी जड़े। राहुल दुर्भाग्यवश हिट विकेट होकर पवेलियन लौटे। उनका विकेट 85 के कुल स्कोर पर गिरा।

यहां से दिनेश कार्तिक और मनीष पांडे ने बागडोर संभाली और पांचवें विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को जीत दिलाने के साथ ही फाइनल में पहुंचाया। पांडे ने अपनी पारी में 31 गेंदों में तीन चौके और एक छक्का लगाया। कार्तिक ने 25 गेंदों में पांच चौकों की मदद से नाबाद 39 रन बनाए। इससे पहले, भारतीय कप्तान रोहित ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। श्रीलंका की दानुष्का गुणाथिलका (17) और कुशल मेंडिस (55) की जोड़ी ने श्रीलंका को तेज शुरुआत दी हालांकि रैना के एक शानदार कैच ने इस जोड़ी को अंत किया। भारत को दूसरी सफलता वॉशिंगटन सुंदर ने दिलाई। उन्होंने खतरनाक कुशल परेरा को 34 के स्कोर पर बोल्ड किया।

यहां से उपुल थरंगा (22) और मेडिंस ने एक बार फिर अपने तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी जारी रखी और तीसरे विकेट के लिए 62 रनों की मजबूत साझेदारी कर मेजबान टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचा दिया। इस साझेदारी को विजय शंकर ने थरंगा को बोल्ड कर तोड़ा। कुशल परेरा ने तेजी से छह गेंदों में दो छक्कों की मदद से 15 रन बनाए, लेकिन ठाकुर ने युजवेंद्र चहल के हाथों कैच करा उनकी पारी का अंत किया। मेंडिस हालांकि एक छोर पर खड़े हुए थे और लगातार रन बना रहे थे, लेकिन अंत में उन्हें दूसरे छोर से साथ नहीं मिला। सुंदर ने जीवन मेंडिस (1) को बोल्ड कर श्रीलंका को पांचवां झटका दिया।

मेंडिस को चहल ने अपना पहला शिकार बनते हुए मेजबान टीम के बड़े स्कोर की उम्मीदों को बड़ा झटका दिया। मेंडिस ने 38 गेंदों पर तीन चौके और तीन छक्के लगाए। अकिला धनंजय के रूप में जयदेव ने इस मैच का अपना पहला विकेट हासिल किया। आखिरी ओवर की चौथी और पांचवीं गेंद पर दानुष्का सनाका (19) और दुश्मंथा चामिरा को आउट कर ठाकुर ने हैट्रिक की उम्मीद जताई लेकिन आखिरी गेंद पर वो विकेट नहीं ले सके। ठाकुर के अलावा सुंदर ने दो विकेट लिए। वॉशिंगटन सुंदर को दो विकेट मिले। विजय शंकर और जयदेव उनादकट को एक-एक सफलता मिली।

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