अगरतला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव से पहले यहां दो रैलियां करने जा रहे है। प्रधानमंत्री की रैली को देखते हुए पूरे राज्य में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। पीएम मोदी जहां भाषण देंगे, वहां के दोनो जिले अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे हुए है। लिहाजा पूरे राज्य में अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकडिय़ां तैनात की गई है। त्रिपुरा की सीमा तीन तरफ बांग्लादेश से घिरी है।
आपको बात दें कि 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी की त्रिपुरा में ये पहली रैली है। आज (गुरुवार को) प्रधानमंत्री दो रैली में हिस्सा लेंगे। पहले वो सिपहिज़ला जिले के सोनामुरा जाएंगे और फिर उनाकोटी जिले में कैलाशहर में सभा को संबोधित करेंगे।
2013 में राजनाथ सिंह ने किया था प्रचार-
उन्होंने कहा, हम लोग पारंपरिक तरीके से प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे। ये मोदी जी की यहां पहली रैली है। साल 2013 के चुनाव में राजनाथ सिंह ने प्रचार किया था। इस बार सारे बड़े नेता यहां प्रचार करेंगे, जो इस राज्य के लिए एक बड़ी बात है।
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पीएम मोदी और माणिक सरकार के बीच सीधी टक्कर-
त्रिपुरा में 1993
से ही कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार है। इस बार यहां सीधी टक्कर मोदी और
मुख्यमंत्री माणिक सरकार के बीच है। बीजेपी ने इस बार चलो पल्टी का नारा
दिया है, जिसका मतलब है आओ बदलाव लाएं। बीजेपी का आरोप है कि यहां की सरकार
पिछले 24 साल में कोई बदलाव नहीं लाई है। मुख्यमंत्री माणिक सरकार अपने
घरेलू क्षेत्र धानपुर से लगातार पांचवीं बार चुनाव लड़ेंगे। वो 1998 से
यहां लगातार जीत रहे हैं।
बीजेपी की रणनीति-
60 सदस्यों
वाली त्रिपुरा विधानसभा के लिए 18 फरवरी को चुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए
भाजपा और आईपीएफटी ने हाथ मिलाया है। भाजपा 51 और आईपीएफटी नौ सीटों पर
अपने उम्मीदवार उतारेगी। आईपीएफटी एक जनजातीय पार्टी है। 3 मार्च को चुनाव
के नतीजे घोषित किए जाएंगे।
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