कौशांबी: महिला वीडियो ने ब्लाक प्रमुख के डर से छोड दिया दफ्तर, सवालों में योगी सरकार

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 14 फ़रवरी 2018, 10:30 AM (IST)

अमरीश मनीष शुक्ला,इलाहाबाद। इलाहाबाद में छात्र की हत्या को लेकर पूरे सूबे में चल रहे सियासी तूफान के बीच अब एक और मामला सियासी ध्रुवीकरण की ओर बढ़ रहा है। यूपी के कौशांबी जिले में एक महिला खंड विकास अधिकारी ने ब्लाक प्रमुख के डर से दफ्तर जाना ही छोड़ दिया है और अब विपक्षी दल इसे भी कानून व्यवस्था से जोड़कर योगी सरकार को घेरने लगा है। आरोप है कि ब्लाक प्रमुख ने खंड विकास अधिकारी के कार्यालय में घुसकर असलहे लहराए और धमकी दी है, जिसके बाद से डरी सहमी खंड विकास अधिकारी अब दफ्तर ही नहीं जा रही है। मामले में खंड विकास अधिकारी मूरतगंज श्वेता सिंह ने इस बाबत थाने में शिकायत की जिसके बाद ब्लाक प्रमुख सऊद अहमद समेत 14 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले में तहकीकात कर रही है और कार्रवाई के लिए अधिकारियों से राय मशवरा कर रही है।

बहुत पेंच है केस में
पुलिस के अनुसार कौशांबी के मूरतगंज विकासखंड में सऊद अहमद ब्लाक प्रमुख है। कुछ दिन पहले सऊद अहमद ने सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भेजा था और वीडियो के खिलाफ अवैध वसूली का आरोप लगाया था। इस पत्र वाली घटना के लगभग 8 दिन बाद वीडियो श्वेता सिंह जब अपने कार्यालय में जनसुनवाई कर रही थी उसी वक्त ब्लॉक प्रमुख सऊद समेत उनके 14 साथी कई गाड़ियों से पहुंचे और ब्लॉक प्रमुख के कक्ष में घुसकर उन्हें धमकाया और कर्मचारियों से भी अभद्रता की। इस तरह का कई वाक्या लगातार श्वेता सिंह के साथ हो चुका था। डरी-सहमी श्वेता सिंह ने थाने में शिकायत करते हुए दफ्तर आना ही छोड़ दिया। अब मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
क्या कह रहे ब्लाक प्रमुख

मामले में मूरतगंज के ब्लॉक प्रमुख मोहम्मद सऊद का कहना है कि उन पर लगाए गए सारे आरोप निराधार है। अगर उन पर आरोप सिद्ध हो जाएं तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। विकास कार्य में बीडीओ कमीशन मांग रही है और ना देने पर बेवजह उन पर आरोप लगा रही है ।

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क्या कह रही बीडीओ
खंड विकास अधिकारी श्वेता सिंह ने बताया कि ब्लाक प्रमुख गलत काम कराने के लिए लगातार दबाव बना रहे है और उनकी मनमानी न होने पर असलहों से डराते धमकाते है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ अपात्रों को दिलाने व अन्य गलत काम कराने के लिए कार्यालय में घुसकर दहशत फैलाने और कर्मचारियों पर धौंस जमाकर उनका भी उत्पीड़न कर रहे है। मेरी जान को यहां खतरा है और मेरा मानसिक उत्पीड़न प्रमुख कर रहे हैं, ऐसे में काम कर पाना असंभव है।

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