कबीर सम्मेलन: दिल के आरमां आंसुओं में बह गए !

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 13 फ़रवरी 2018, 1:50 PM (IST)

आर. जयन,बांदा। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के अतिथित्व में रविवार को बांदा जिले के भरखरी कबीर आश्रम में संपन्न हुए कबीर सम्मेलन से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भले ही कुछ फायदा हुआ हो, लेकिन कबीर पंथियों को सिर्फ फिल्म ‘निकाह’ का गीत ‘दिल के आरमां आसुओं में बह गए, हम वफा करके भी तनहा रह गए’ ही हाथ लगा है। मसलन, उपमुख्यमंत्री ने न तो एक भी बार संत कबीर द्वारा किए गए सामाजिकोत्थान का उल्लेख किया और न ही आश्रम के महंत को राजनीतिक पटल पर तरजीह देने की ही घोषणा की।


इस कबीर सम्मेलन के बहाने कबीर पंथी आश्रम भरखरी के महंत त्यागी जी महाराज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की भगवा टोली में शामिल होकर अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने की मंशा संजोये थे, इसीलिए आश्रम के इतिहास में पहली बार फरवरी माह में कबीर सम्मेलन और भंड़ारे का आयोजन भी कराया। इसके पहलेआमतौर पर भंड़ारा और सम्मेलन का वार्षिक आयोजन कबीर प्रकटोत्सव (ज्येष्ठ पूर्णिमा-जून) को ही किया जाता रहा है।


कबीर पंथी आश्रम के महंत त्यागी जी ने सोमवार को संवाददाता से कहा कि ‘कार्यक्रम के आयोजक भाजपा नेता अजित गुप्ता ने उन्हें भरोसा दिया था कि आगामी लोकसभा चुनाव में जालौन सुरक्षित सीट से उम्मीदवार या फिर विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) बनाने की घोषणा उपमुख्यमंत्री से कराई जाएगी, लेकिन घोषण करना तो दूर, उपमुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में संत कबीर जी का एक भी बार नाम तक नहीं लिया।’ उन्होंने कार्यक्रम आयोजक गुप्ता के इस वक्तव्य कि ‘यह कार्यक्रम कबीर पंथियों (कोरी समाज) की एकजुटता के लिए किया गया है और फूलपुर उप चुनाव में यहां से पांच सौ लोग भेजे जाएंगे।’ पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त कर सवाल किया कि ‘अजित गुप्ता अपनी बिरादरी को एकजुट कर नेता नहीं बन पाए, गैर बिरादरी इनका नेतृत्व कैसे स्वीकार करेगा?’ महंत ने कबीर वाणी ‘चलती चकिया देख कर दिया कबीरा रोय, दुई पाटन के बीच में साबुत बचा न कोय’ दोहरा कर कार्यक्रम से उभरे अपने दर्द को बयां किया है। अंत में महंत जी ने फिल्म ‘निकाह’ का गीत ‘दिल के आरमां आंसुओं में बह गए’ गुनगुना कर अपनी बात समाप्त कर दी।


वहीं, भारतीय जनता पार्टी से नाराज चल रहीं कोरी समाज की कद्दावर नेता और भाजपा के टिकट पर बबेरू क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य मीना भारती ने कहा कि ‘वह लगातार अपने मायके भरखरी गांव में ही है, इस कार्यक्रम में उन्हें नहीं बुलाया गया। भाजपा के पास अब भीड़ बची नहीं है, इसलिए वह कोरी समाज को ‘बेवकूफ’ बनाकर अपनी राजनीति चमकाने में लगे हैं।’ उन्होंने कहा कि ‘उपमुख्यमंत्री केशव मौर्या अजित गुप्ता की ‘राजनैतिक औकात’ अच्छी तरह जानते हैं।’ इस सम्मेलन में कई सवाल उठाते हुए मीना भारती ने कहा कि ‘कबीर सत्संग के नाम पर आयोजित कार्यक्रम में एक भी सत्संग नहीं हुआ, सिर्फ राजनीतिक भाषणबाजी की गई है। प्रचार सामग्री तक में संत कबीर की तस्वीर नहीं थी।’


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