इंद्र के अभिमान को तोड़ने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने रचीं लीलाएं : पंडित मुकुट बिहारी शास्त्री

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 12 फ़रवरी 2018, 5:51 PM (IST)

बारां। निकटवर्ती ग्राम कोटड़ी तुलसां में श्री देवनारायण भगवान मंदिर में चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन गोवर्धन लीला व बाल लीला के प्रसंग का मंचन किया गया।
कथावाचक पंडित मुकुट बिहारी शास्त्री ने सोमवार को कहा कि इन्द्र को अपनी शक्ति का अहंकार हो गया था। उसके अभिमान को तोड़ने के लिए श्रीकृष्ण ने गोवर्धन लीला रची और अपनी उंगली पर पर्वत को धारण किया। ज्ञान, मान, धन दौलत, सम्पत्ति का कभी अभिमान मत करो, इसमें से कोई भी स्थायी रहने वाली नहीं है। इसलिए मन के अन्दर छिपे अहंकार को बाहर निकालो, विनम्र रहो, सत्कर्म करते रहो, कोई प्रशंसा करे या ना करें।
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