मुंबई। कर्नाटक के किशन गांगोली ने रविवार को दृष्टिबाधित राष्ट्रीय ए शतरंज चैम्पियनशिप खिताब पर पांचवीं बार कब्जा जमाया। गुजरात के अश्विन मकवाना और ओडिशा के सौंदर्य कुमार प्रधान क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। 13 राउंड के खत्म होने के बाद गांगोली (रेटिंग 1996) ने 10.5 अंक हासिल किए। मकवाना (रेटिंग 1744) ने 9.5 अंक अपने हिस्से लिए।
सौंदर्य (1753) ने नौ अंक अपने खाते में डाले। महाराष्ट्र के आर्यन जोशी को 8.5 अंक मिले। वह चौथे स्थान पर रहे। ओडिशा के शुभेंदु कुमार पात्रा 7.5 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर रहे। गांगोली 13वें राउंड में सौंदर्य के भाई प्राचुर्य के सामने थे। प्राचुर्य ने उन्हें कड़ी प्रतिस्पर्धा दी और मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
इस चैम्पियनशिप के शीर्ष-5 खिलाड़ी आने वाली वल्र्ड टीम चैम्पियनशिप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे जो बुल्गारिया में इसी साल जुलाई में आयोजित की जाएगी। वहीं शीर्ष-3 जूनियर (अंडर-20) खिलाड़ी इसी साल पोलैंड में अगस्त में होने वाली वल्र्ड जूनियर चैम्पियनशिप में हिस्सा लेंगे।
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विश्वनाथन आनंद दृष्टिबाधित शतरंज खिलाडिय़ों से मिले
मुंबई। भारत के
दिग्गज शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने रविवार को नेशनल ए शतरंज
चैम्पियनशिप में 14 दृष्टिबाधित खिलाडिय़ों से मुलाकात की। पांच बार के
विश्व विजेता आनंद ने कहा कि वे इन बच्चों की प्रगति को देख रहे हैं और
इनके उत्साह तथा प्रतिबद्धता को देखते हुए हैरान हैं। आनंद ने बताया कि
उन्होंने इन खिलाडिय़ों से उनके खेल के बारे में बात की।
एक बयान के मुताबिक
आनंद ने कहा, दृष्टिबाधित खिलाडिय़ों के लिए मेरे दिल में काफी सम्मान है,
क्योंकि इनकी याददाश्त शानदार रहती है साथ ही यह लोग खेल को अच्छे से
इमेजिन कर प्रतिस्पर्धा करते हैं। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि
दृष्टिबाधित शतरंज को भारत में वो सम्मान मिलेगा जिसका वो हकदार है।
उन्होंने कहा, मैं इन सभी खिलाडिय़ों को बधाई देना चाहता हूं और उन्हें आने
वाली विश्व चैम्पियनशिप में अच्छा खेलते देखना चाहता हूं।
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