ऋतु भार्गव, मेरठ।
सूबे
में व्यापारियों को पूरी सुरक्षा के लिए नया मॉडल तैयार किया गया है। इस
मॉडल में व्यापारियों की सुरक्षा के साथ साथ अधिकारी उनकी सुरक्षा की भावना
पर कार्य करेंगे। साथ ही इसके लिए व्यापारी सुरक्षा कोष भी बनाया गया।
इससे यूपी में इंवेस्टर्स ज्यादा से ज्याद आ सकेंगे। मेरठ में सूबे के
डीजीपी ओपी सिंह मेरठ
की पुलिस लाइन में बनी क्राइम ब्रांच की नई बिल्डिंग का उद्घाटन करने आज
मेरठ पहुंचे। इसके अलावा डीजीपी ने मेरठ जोन के 9 जिलों के एसएसपी संग एक
मिटिंग भी की। हेलिकॉप्टर से लगभग 11 बजे पुलिस लाइन पहुंचे डीजीपी को सबसे
पहले गार्ड ऑफ आनर दिया गया। इसके बाद डीजीपी ओपी सिंह जोन के जिलों के
कप्तानो समेत आईजी, एडीजीपी के साथ बैठक कर क्राइम की समीक्षा की। डीजीपी
ने कहा कि पिछले एक साल में अपराध पर अंकुश लगने के साथ – साथ अपराध कम
हुआ है। कार्य ग्रहण करने के बाद ये पहला मौके है जो वो किसी जिले में गए
है। आज कोई समीक्षा बैठक नहीं की गई बल्कि अधिकारियों को अपने मन की बात और
उनका मनोबल बढाना ही उनका उदेश्य है।
इस मौके पर डीजीपी ओपी सिंह ने
बताया कि अपराध रोकने और कैक डाउन करने में मेरठ जोन पूरे प्रदेश में नम्बर
1 पर है। डीजीपी को उम्मीद है कि है आगे भी अपराध पर नियंत्रण जारी रहेगा
और महिलाओं की सुरक्षा पर पूर फोक्स रहेगा। क्योंकि मेरठ दिल्ली से सटा
हुआ है इस लिए इस शहर के लिए चुनौती ज्यादा है।
आज सभी जांचों की निक्षपक्ष
जांच की जा रही। जल्द ही शिकायकर्ता की शिकायत का एसएमएस के जरिए स्वीकृति
प्राप्त होगी। इसके अलावा 1090 का रिस्पोंस टाईम 26 मिनट से घटा कर 14
मिनट कर दिया गया है। वहीं डायल 100 को और सशक्त किया गया है। 200 नई मोटर
साइकिलों का बेडा इसमें जोड़ा जा रहा है। एक तरफ फोर्स की कमी है जो आगे भी
रहेगी, पुलिस का काम काफी कठिन है लेकिन इसे हमारा नैतिक मनोबल नहीं कम होता
है। जाते जाते सूबे के पुलिस मुखिया ने मेरठ जोन की पुलिस को एनकाउंटर के
लिए शाबासी दी।
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