जानें- पद्मावत पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद किसने क्या कहा...

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 18 जनवरी 2018, 3:13 PM (IST)

नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत को सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिल गई है। सुप्रीम कोर्ट ने 4 राज्यों में फिल्म पर लगाए गए बैन को असंवैधानिक करार देते हुए हटा दिया है। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है।

जानें:किसने क्या कहा

पद्मावत रिलीज होगी तो देश टूटेगा:सूरज पाल

बीजेपी के बागी नेता सूरज पाल अम्मू ने कहा है कि चाहे फांसी पर लटका दो लेकिन पद्मावत पर संघर्ष जारी रहेगा। अम्मू ने कहा, सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने लाखों-करोड़ों लोगों, लाखों करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, जो सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करते हैं। हमारा संघर्ष जारी रहेगा चाहे मुझे फांसी लगा दो। यह फिल्म रिलीज होगी तो देश टूटेगा।

करणी सेना ने दी धमकी

करणी सेना के चीफ लोकेंद्र सिंह कलवी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट फिल्म पर लगे बैन को हटा सकती है लेकिन सिनेमा हॉल मालिक हमसे पूछकर ही फिल्म चलाएंगे। उन्होंने दावा किया है कि उनके पास राजस्थान के सिनेमा हॉल मालिकों का लिखित पत्र है जिसमें उन्होंने भरोसा दिलाया था कि कऱणी सेना की अनुमति से ही फिल्म पद्मावत चलाएंगे। उन्होंने कहा कि हर हाल में पद्मावत की स्क्रीनिंग रोकी जाएगी।

सीएम राजे ने बुलाई आपात मीटिंग

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तुरंत बाद राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार ने आपात बैठक बुलाई। मीटिंग के दौरान पद्मावत पर सरकार के अगले कदम पर विचार किया गया। राजस्थान के गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर हम अफसरों के साथ बातचीत कर रहे हैं। जल्द ही इस बारे में हम कोई फैसला लेंगे।

हमारा पक्ष सुने बिना फैसला :अनिल विज

हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने हमारा पक्ष सुने बिना फैसला दिया। हम इस फैसले को रिव्यू करने के बाद जहां भी संभव होगा अपील करेंगे।

भंडारकर ने किया सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत

फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर ने कहा, मुझे लगता है यह फिल्म मेकर्स के लिए बहुत जरूरी था। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का मैं स्वागत करता हूं। मैं पद्मावत फिल्म की पूरी टीम को बधाई देता हूं।

फिल्म देखें और गलत लगे तो प्रदर्शन करें:गजेंद्र चौहान


अभिनेता और पूर्व एफटीआईआई के प्रमुख गजेंद्र चौहान ने कहा, मुझे लगता है कि भावनाएं काफी हावी हो रही थीं फिल्म देखे बगैर। सेंसर बोर्ड ने फिल्म देखी है कुछ लोगों ने और भी देखी है। फिल्म जब तक पब्लिक के सामने नहीं आए तब तक कुछ कहना मुश्किल होगा। जहां तक सवाल सुप्रीम कोर्ट के फैसले का है तो हम सम्मान करते हैं। चौहान ने कहा कि प्रदर्शन कोई भी कर सकता है लेकिन प्रदर्शन को लक्ष्मण रेखा पार नहीं करना चाहिए। करणी सेना और सभी से निवेदन है पहले फिल्म को देखिए अगर कुछ गलत लगे तो प्रदर्शन कीजिए।

इन 4 राज्यों ने लगा रखी थी रोक




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आपको बता दें कि बीजेपी समर्थित 4 राज्यों ने पद्मावत की रिलीज पर रोक लगा रखी थी। सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात सरकारों के इस नोटिफिकेशन पर भी स्टे लगा दिया है। कोर्ट का कहना है कि पहली नजर में यह मामला अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर रोक का है, जब केंद्रीय फिल्म सर्टिफिकेशन बोर्ड ने फिल्म को अनुमति दे दी है तो राज्य रोक नहीं लगा सकते हैं। आपको बता दें कि फिल्म पद्मावत को सेंसर बोर्ड से मंजूरी मिल चुकी है। फिल्म 25 जनवरी को रिलीज हो रही है। राजपूत संगठनों का आरोप है कि फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है। जबकि फिल्म से संबद्ध लोगों ने इससे इनकार कर चुके है।

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