महिला एवं बाल विकास विभाग के दफ्तर में एसीबी का छापा, छुट्टी लेकर निकल गए कई अधिकारी-कर्मचारी

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 12 जनवरी 2018, 3:34 PM (IST)

करौली। महिला एवं बाल विकास विभाग में अलमारी, फर्निचर, स्टील, कुर्सी खरीद मामले में सामने आई करोड़ों की अनियमितताओं के बाद एक बार फिर एसीबी की टीम ने शुक्रवार को भी बड़ी कार्रवाई की। एसीबी ने यह कार्रवाई गंगापुर सिटी के महिला एवं बाल विकास विभाग के दफ्तर में की।

जैसे ही एसीबी ने यहां छापा मारा तो पूरे दफ्तर में हडकंप मच गया। कार्रवाई होता देख यहां मौजूद कई अधिकारी और कर्मचारी छुट्टी लेकर निकल गए। यहां तक कई अधिकारी जो आॅफिस आने वाले थे वह भी नहीं आए। एसीबी की टीम ने यहां आते ही तमाम दस्तावेज खंगाले और उनकी जांच की। इसके बाद एसीबी ने लाखों रूपये के फर्निचर, कुर्सी और अलमारियों को सीज किया।

खास बात ये है कि सीजिंग की कार्रवाई से पहले एसीबी की टीम ने कई अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान कई कर्मचारी और अधिकारी यहां से निकल गए।

आपको बता देें कि इससे पहले भी एसीबी की टीम दौसा, भरतपुर में महिला एवं बाल विकास विभाग के दफ्तर पर छापा मारा था। यहां पर भी लाखों रूपये के फर्निचर, अलमारी समेत कई सामान को सीज किया था। महिला एवं बाल विकास विभाग, राजस्थान, जयपुर ने राजसिको के मार्फत 12 करोड़ 98 लाख 75 हजार 200 रूपये की स्टील फर्नीचर खरीदे थे। राजसिको ने अनुबन्ध दरों पर राजसिको से सम्बन्धित 21 आपूर्तिकर्ता फर्मों के मार्फत टेबल, कुर्सी, आलमारी स्टील फर्नीचर की खरीद की है। आपूर्ति सम्बन्धित सी.डी.पी.ओ. को की गई है। एसीबी को आपूर्ति किए गए माल की गुणवत्ता खराब होने की सूचना मिली और मामला दर्ज किया।

एसीबी मैसर्स खण्डेलवाल एण्टरप्राईजेज, राजसिको एवं सप्लायर फर्म मैसर्स खण्डेलवाल एण्डरप्राईजेज के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में जांच की। जांच के दौरान एसीबी को गुणवत्ता खराब होने के साथ-साथ सभी फर्नीचर के वजन में निर्धारित मापदण्ड की तुलना में भारी कमी पाई गयी है, जहॉ स्टील आलमारी का वजन 38.400 किलोग्राम होना चाहिए था। लेकिन वजन मात्र 21.600 किलोग्राम पाया गया है। साथ ही स्टील शीट की मोटाई .9 एम.एम. की बजाय .6 एम.एम. पायी गई।

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