सफाई कर्मचारियों की ली गई सुध, सफाई कर्मचारियों के लिए होगी सामूहिक कार्यशाला

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 07 दिसम्बर 2017, 7:51 PM (IST)

चंडीगढ़ । सफाई कर्मचारियों की सुध लेते हुए स्वच्छ भारत मिशन हरियाणा के कार्यकारी वाइस चेयरमैन सुभाष चंद्र 8 दिसम्बर से हर जिला स्तर पर ग्रामीण व् शहरी क्षेत्रों के सफाई कर्मचारियों की सामूहिक कार्यशाला आयोजित करने जा रहे हैं जिसमे वह हरियाणा सरकार द्वारा सफाई कर्मचारियों के हित में चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने के साथ उनकी समस्याओं और सुझावों पर सीधा संवाद करेंगे , इसकी शुरुआत कैथल से की जाएगी ।

चंडीगढ़ में यह जानकारी देते हुए उन्होंने कहा की हरियाणा सरकार की सोच है कि अन्तोदय व गरीब व्यक्ति को सरकार द्वारा क्रियान्वित योजनाओं का लाभ मिलें और वह आर्थिक ही नहीं बल्कि सामाजिक रूप से भी सुदृढ़ बनें। इसीलिए सबका साथ-सबका विकास लेकर चल रही सरकार ने गरीब समाज की भलाई के लिए 108 जनकल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की है। उन्होंने बताया की मुख्यमंत्री ने गत दिनों नगर पालिका, नगरपरिषद के कर्मचारियों को सातवें वेतन आयोग का लाभ देने के अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में लगे हुए सफाई कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने के साथ-साथ वर्दी एवं अन्य भत्ते बढ़ाने का भी कार्य किया है। इसके अलावा अब सभी ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को उनका वेतन महीने की 7 तारीख तक सीधे उनके बैंक अकाउंट में जमा किया जायेगा ! इसकी पूरी जिम्मेदारी सम्बन्धित खंड एवं पंचायत विकास अधिकारी की होगी।

उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम को और अधिक गति प्रदान करने के लिए बेहतर ढंग से कार्य करें। इस मिशन को सरकारी न मानते हुए सामाजिक मिशन बनाना है व प्रत्येक व्यक्ति को स्वच्छता मिशन से जोडऩा है। इसके लिए मिशन द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में स्वच्छता एवं जागरूकता रैलियों का आयोजन किया गया और स्वच्छता नाटकों एवं प्रदर्शनियों के माध्यम से लोगों में चेतना लाने का कार्य किया। सुभाष चन्द्र ने कहा कि वर्तमान सरकार ने ठेका प्रथा प्रणाली में अनुसूचित जाति की संस्थाओं को वरीयता देने का निर्णय लिया है। इसके अलावा ग्रामीण सफाई कर्मियों का दस प्रतिशत कोटा बढ़ाने का भी कार्य किया। मुख्यमंत्री इस मिशन को जनमानस से जोडऩे के लिए निरंतर प्रयासरत है। स्वच्छता मिशन किसी पार्टी, समुदाय, जाति, वर्ग व विचारधारा से नहीं बंधा हुआ है बल्कि यह प्रत्येक व्यक्ति की निजी स्वच्छता से भी जुड़ा हुआ है। वाईस चेयरमैन ने कहा की अपने इस कार्यक्रम के तहत जहाँ जहाँ सफाई कर्मचारियों की कमी है वहां सफाई कर्मियों की संख्या बढाने एवं जहाँ कर्मचारियों द्वारा काम समय पर नहीं किया जा रहा उसकी रिपोर्ट सरकार को देने का काम किया जायेगा जिससे प्रदेश में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने में सहायता मिलेगी ।

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