भरतपुर। चिकित्सकों की हड़ताल में अहम भूमिका निभाने वाले अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के प्रदेश सचिव एवं जिलाध्यक्ष डॉ. मनीष चौधरी को जयपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने का भरतपुर में विरोध किया गया। चिकित्सक लामबंद होकर सरकार की हठधर्मिता एवं दमनकारी नीति का विरोध कर रहे हैं।
इस मामले में बुधवार की शाम को सेवारत चिकित्सकों ने स्वास्थ्य भवन से बिजलीघर तक कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदेश सचिव डॉ. मनीष चौधरी को निर्दोष बताते हुए रिहा जाने की मांग की। डॉ. कमल किशोर वशिष्ठ ने कहा कि अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के प्रदेश सचिव डॉ. मनीष चौधरी ने चिकित्सक हड़ताल में 33 सूत्री मांगों के समर्थन में चिकित्सक हित में अहम भूमिका निभाई है। सरकार चिकित्सकों की समझौता मांगों को पूरा करने के बजाय आन्दोलनकारी नेताओं को दबाने का प्रयास कर झूठे आरोप लगाकर या तबादला कर उन्हें कमजोर करने में लगी है, लेकिन चिकित्सक एकजुट हैं। उन्होंने निर्दोष डॉ. मनीष चौधरी की रिहाई की मांग करते हुए चिकित्सकों की जायज मांग की पूरा करने की मांग की।
बताया जाता है कि अशोक नगर थाना जयपुर पुलिस ने एसीएमएचओ डॉ. मनीष चौधरी को अतिरिक्त निदेशक डॉ. गिरीश पाराशर की ओर से सांसद बनकर धमकी देने के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
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