दो महीने पहले मरी महिला हुई जिंदा नहीं मिलने आए परिजन, जानिए पूरा सच

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 05 दिसम्बर 2017, 9:40 PM (IST)

अमरीश मनीष शुक्ला। जिले में 2 महीने पहले मर चुकी एक युवती जिंदा हो गई है। मरी युवती का परिजनों ने दाह संस्कार करा दिया था, उसके पति समेत ससुरालियों पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज हो गया था और अब पुलिस ने उसी महिला को जिंदा बरामद कर लिया गया है। सस्पेंस से भरी इस कहानी का पूरा राज हम आपको अपनी इस रिपोर्ट में बताएंगे ।
कोर्ट मैरिज कर छोडा था घर

प्रतापगढ़ थाना क्षेत्र के आशा ठगवा गांव की रहने वाले प्रिया सिंह ने लगभग 1 साल पहले अपने प्रेमी से लव मैरिज कर ली थी। कोर्ट में हुई शादी से परिजन पूरी तरह से नाराज थे। प्रिया अपने प्रेमी गुड्डू के साथ अहमदाबाद चली गई और वही पति के साथ रहने लगी। कुछ दिनों बाद जब सब कुछ सामान्य हुआ तो प्रिया की परिजनों से बातचीत होने लगी।

लेकिन शादी के कुछ महीने बाद ही प्रिया की पति से अनबन होने लगी और झगड़े से नाराज होकर एक दिन प्रिया ने जान देने की कोशिश की। गुड्डू कि नाराज होकर प्रिया वापस अपने घर प्रतापगढ़ लौटने लगी। मां को फोनकर प्रिया ने अपना रोना रोया तो मां ने बेटी को घर बुला लिया।
फिल्मी अंदाज में मिला हमसफर

प्रिया जब दिल्ली स्टेशन पर पहुंची तो उसे शर्मिंदगी हुई और उसने घर जाने कि अच्छा आत्महत्या करने की ठान ली। वह प्लेटफार्म के छोर पर गयी और ट्रेन के सामने कूदने जा रही थी तभी उसे मेरठ के रामचंद्र नामक युवक ने बचा लिया। पहली नजर में ही रामचंद्र को प्रिया भा गई और प्रिया को रामचंद्र भी पसंद आ गया। प्रिया ने अपना दुखड़ा सुनाया तो रामचंद्र ने उसे अपनाने का वादा किया। दो महीने पहले दोनों ने एक दूसरे से शादी कर ली और मेरठ में ही प्रिया रामचंद्र के साथ रहने लगी। प्रिया की मां ने प्रिया को फोन लगाया तो मोबाइल बंद था। उसने गुड्डू के पास फोन किया तो पता चला वह तो गांव ही गयी है। अगले दिन प्रिया घर नहीं पहुंची तो परेशान परिजन ने गुड्डू व ससुराल पक्ष से संपर्क किया पर प्रिया का कोई पता न चला। संयोगवश दो दिन बाद गांव के नजदीक नदी के किनारे एक महिला की लाश देखी गई। लाश की पहचान प्रिया के रूप में ही की गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया पोस्टमार्टम के बाद प्रिया का अंतिम संस्कार हुआ और मायका पक्ष के लोगों ने ससुरालियों पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया।

जांच में जुटी पुलिस तो खुला राज

दहेज हत्या के मामले में पुलिस ने जांच शुरू की तो ससुरालियों से पूछताछ के बाद यह साफ हो गया कि युवती की हत्या नहीं हुई है बल्कि वह लापता है और वह लाश प्रिया की नहीं थी। गुत्थी सुलझाने के लिये पुलिस टीम ने तार जोड़ने शुरू किये तो प्रिया के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकलवाई गई । मोबाइल की आखिरी लोकेशन थी और आखिरी बार डायल नंबर रामचंद्र का था। इससे संभावना बनी कि प्रिया जिंदा है, प्रतापगढ़ से पुलिस टीम मोबाइल नंबर को ट्रेस करते हुए मेरठ पहुंची तो प्रिया वहां रामचंद्र के पास जिंदा बरामद हो गई । प्रतापगढ़ की रानीगंज पुलिस प्रिया को लेकर प्रतापगढ़ आई और मायका पक्ष के लोगों को सूचना दी गई, लेकिन मायका पक्ष से कोई भी प्रिया से मिलने नहीं आया। फिलहाल 2 महीने पहले मर चुकी प्रिया के जिंदा बरामद होने से प्रिया के पूर्व प्रेमी का परिवार अब दहेज हत्या के मामले से बच जाएगा। लेकिन जिस डेड बॉडी का अंतिम संस्कार कर दिया गया वह किसकी थी अब यह एक नया सस्पेंस शुरू हो गया है।

क्या कह रहे अधिकारी
मामले में क्षेत्राधिकारी रानीगंज जी डी मिश्रा ने बताया कि दहेज हत्या के मुकदमे में के बाद प्रिया जिंदा बरामद कर ली गई है वह जिंदा थी और मेरठ में अपने दूसरे प्रेमी व तथाकथित पति के साथ रह रही थी। 2 महीने पहले जिस डेड बॉडी का पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार हुआ था वह किसकी थी यह पता नहीं चल सका है। प्रिया के परिजनों को बुलाया गया है लेकिन वह नहीं आये हैं, उनसे पूछताछ के बाद आगे कि कुछ कहानी का पता चल सकता है ।

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