अब प्राइमरी स्टूडेंट्स की अंग्रेजी, मैथ व हिंदी होगी मजबूत

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 04 दिसम्बर 2017, 3:54 PM (IST)

हमीरपुर। सरकारी प्राइमरी स्कूलों में पढ़ रहे स्टूडेंट्स का इंग्लिश, मैथ, हिंदी और पर्यावरण विज्ञान (ईवीएस) का नॉलेज और मजबूत होगा। इनमें उनकी बेसिक शिक्षा को बढ़ाने के लिए जेबीटी टीचरों को दूसरे फेज की ट्रेनिंग भी हाल ही में पूरी करके उन्हें स्कूल में नए तरीके से पढ़ाने को तैयार करके भेज दिया गया है। बेसिक नॉलेज बढ़ाने को वे प्रथम संस्था द्वारा तैयार किए नए टूल का उपयोग इसके लिए करेंगे।

यह ट्रेनिंग हर टीचर को दी गई, अब उनकी कसरत क्लास रूप में शुरू होगी, ताकि वे स्टूडेंट्स की बेस को इतना मजबूत कर सकेंगे जितनी मजबूत आधार आज से करीब 30 साल पहले वाली शिक्षा में टीचरों द्वारा दिया जाता था। क्योंकि उस वक्त का 8वीं पढ़ा भी हर सब्जेक्ट में आज के बीए-बीएससी का पढ़ाई में मुकाबला करता है।

हमीरपुर से शुरू प्रेरणा अभियान के सफल होने पर इसे अब प्रदेश भर में शुरू कर दिया गया है। हमीरपुर में इसे नए सिरे से प्रेरणा प्लस के नाम से नए टूल के साथ स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता पढ़ाने का शुरू किया है।

मैथ में जोड़-घटाव, गुणा-भाग के अलावा अन्य बारीकियों को, हिंदी अंग्रेजी में अक्षर ज्ञान के अलावा व्याकरण के साथ पर्यावरण साइंस की समझ काे विकसित करने का प्रयास नए टीएलएम के जरिए होगा। प्रयास संस्था ने जो नए टूल तैयार किए, उनका उपयोग टीचरों की मदद से कक्षाओं में करवाया जाएगा। पहले जो स्टूडेंट्स की बी सी के हिसाब से ग्रुपिंग की गई थी, उसमें तो केवल पढ़ने-लिखने पर जोर दिया गया था, लेकिन अब इंग्लिश, मैथ, हिंदी और इवीएस सब्जेक्ट के असल थीम का ज्ञान बढ़ाया जाएगा।


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डाइट की रहेगी पैनी नजर, खामियां होंगी दूर

डाइट के प्रशिक्षण प्रभारी अश्वनी कुमार का कहना है कि स्कूल कक्षाओं में टीचर सिखाए गई विधियों को अपना रहे या नहीं इसके लिए डाइट की पैनी नजर रहेगी। डीपीओ सहित अन्य एसएसए प्रभारियों के औचक निरीक्षण होंगे। जिसमें कक्षा में जाकर स्टूडेंट्स के माध्यम से चैक किया जाएगा कि टीचर उन्हें ट्रेनिंग के हिसाब में शिक्षा दे रहे। प्रेरणा प्लस में नए टूल प्रयास संस्था ने तैयार करके दिए, उसी आधार पर सभी जेबीटी को ट्रेनिंग दे दी है। प्रेरणा के प्रेरणा प्लस अभियान में नए टूल को अमलीजामा पहना कर स्टूडेंट्स की बेसिक शिक्षा में सामने आई खामियों को दूर करने का हल तलाशा गया है।

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