पाक के इस्लामाबाद में हिंसक प्रदर्शन, एक सुरक्षाकर्मी की मौत,150 लोग घायल

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 25 नवम्बर 2017, 3:20 PM (IST)

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में तहरीके-ए-लब्बैक (टीएलपी) या रसूल अल्लाह नाम के इस्लामिक संगठन के 20 दिन से जारी धरने को खत्म कराने के लिए शनिवार सुबह प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षाबलों की कार्रवाई से इस्लामाबाद में हंगामा बरपा हुआ है। यहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़पों में एक सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई है। वहीं, 150 से अधिक अन्य लोग घायल हो गए। विवाद बढऩे के बाद पाकिस्तान सरकार ने मीडिया कवरेज पर बैन लगा दिया है। प्रदर्शनकारियों की तादाद ज्यादा नहीं है, लेकिन पत्थर-डंडों से छिप-छिपकर किए जा रहे हमलों ने पाकिस्तान के सुरक्षाबलों की नाक में दम कर दिया है। इस्लामाबाद में जमकर हंगामा हुआ और प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए। दरअसल,शनिवार सुबह पाकिस्तान सुरक्षाबलों ने फैजाबाद इंटरचेंज पर धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया था। इसके बाद से बवाल खड़ा हो गया।

शनिवार सुबह पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साढ़े 8 हजार जवानों ने राजधानी इस्लामाबाद के फैजाबाद इंटरचेंज में धरने पर बैठे करीब 2000 प्रदर्शनकारियों को खदेडऩा शुरू किया। इसके बाद चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। प्रदर्शनकारियों ने सडक़ों और बाजारों को बंद कर दिया है। यह धरना 6 नवंबर को टीएलपी नाम के छोटे से इस्लामिक संगठन ने शुरू किया था। अब प्रदर्शनकारियों ने मुख्य हाइवे को ब्लॉक कर दिया है जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। झडप के बाद पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है।

क्या है विवाद का कारण

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पाकिस्तान के गृहमंत्री एहसान इकबाल के खिलाफ शुक्रवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट आईएचसी ने अदालत की अवमानना का नोटिस जारी किया था जिसके बाद यह अभियान शुरू किया गया। यह नोटिस सडक़ खाली कराने से संबद्ध अदालत के आदेश को लागू करने में नाकाम रहने के बाद जारी किया गया। तहरीक-ए-खत्म-ए-नबूवत, तहरीक-ए-लबैक या रसूल अल्लाह टीएलवाईआर और सुन्नी तहरीक पाकिस्तान एसटी के करीब 2,000 कार्यकर्ताओं ने दो सप्ताह से अधिक समय से इस्लामाबाद एक्सप्रेसवे की घेरेबंदी कर रखी थी। यह सडक़ इस्लामाबाद को इसके एकमात्र हवाईअड्डे और सेना के गढ़ रावलपिंडी को जोड़ती है। प्रदर्शनकारी खत्म-ए-नबूवत सितंबर में पारित चुनाव अधिनियम 2017 में बदलावों को लेकर कानून मंत्री जाहिद हमीद के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि घायलों को इस्लामाबाद और रावलपिंडी के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

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