राज्यपाल ने राज्य स्तरीय बाल दिवस एवं पुरस्कार वितरण समारोह में की शिरकत

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 14 नवम्बर 2017, 5:29 PM (IST)

चण्डीगढ़। हरियाणा के राज्यपाल प्रो० कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि बच्चे देश और राज्य की शोभा होते हैं और यदि इन्हें हम संस्कारवान बनाएंगे तो हमारा देश, राज्य और समाज संस्कारवान बनेगा।
प्रो० कप्तान सिंह सोलंकी, जो हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष भी हैं, ने आज यहां हरियाणा राजभवन में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय बाल दिवस एवं पुरस्कार वितरण समारोह में उपस्थित बच्चों, शिक्षकों व अभिभावकों को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्यपाल की धर्मपत्नी श्रीमती रानी सोलंकी भी उपस्थित थी। राज्यपाल ने परिषद के सहयोग के लिए पांच लाख रुपये देने की भी घोषणा की। हरियाणा राजभवन में पहली बार आयोजित किए गये राज्य स्तरीय बाल दिवस कार्यक्रम में राज्यपाल ने जिला, जोनल और राज्य स्तर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता बच्चों को पुरस्कार भी आबंटित किए।
उन्होंने कहा कि हमारे समाज में बच्चे सबसे महत्वपूर्ण तत्व के रूप में होते हैं और बच्चों के बिना ये दुनिया अधूरी है। उन्होंने उपस्थित जनों से संवाद करते हुए कहा कि आप कितने ही सम्पन्न हो जाएं यदि आपके घर में बच्चे नहीं हैं तो आपका जीवन अधूरा और खाली है। इसलिए हमारे जीवन में बच्चे बड़े ही महत्वपूर्ण हैं।

राज्यपाल ने कहा कि हमारे समाज में शिक्षकों और बच्चों का बड़ा महत्व है, क्योंकि शिक्षक समाज के निर्माण में अपनी भूमिका निभाते हैं, जिस प्रकार से श्री कृष्ण ने अर्जुन को संदेश दिया था अर्थात शिक्षक श्री कृष्ण की भूमिका में होता है और बच्चा अर्जुन की भूमिका होता है। इसलिए हमें चाहिए कि जिस प्रकार श्री कृष्ण ने अपने संदेश के जरिये अर्जुन को प्रेरित किया था, उसी प्रकार शिक्षकों को भी बच्चों को संस्कारवान बनाना होगा।

उन्होंने देश के महापुरुषों को याद करते हुए कहा कि 14 नवम्बर को देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस पर बाल दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अपने जन्म दिवस को बच्चों के नाम समर्पित किया और इसलिए उन्हें चाचा नेहरू की संज्ञा दी गई। इसी प्रकार, डा० राधाकृष्णन ने भी अपना जन्म दिवस बच्चों को समर्पित किया।
राज्यपाल ने कहा कि लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने भी अपनी लौह जैसी इच्छा शक्ति के तहत राज्यों का एकीकरण किया और उन्हें भी लौहपुरुष की संज्ञा दी गई, वहीं महाराणा प्रताप, गुरु गोविंद सिंह जैसे महापुरुषों ने अपना जीवन राष्ट्र को समर्पित किया। इसी प्रकार, सुभाष चन्द्र बोस जिन्हें नेता जी के नाम से सम्बोधित किया जाता है, असल में वही एक नेता हैं, जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना जीवन समर्पित किया। इसी प्रकार, वीर सावरकर, झांसी की रानी जैसे लोगों ने भी राष्ट्र धर्म निभाया। राष्ट्र पिता महात्मा गांधी बैरिस्टर होने के बावजूद भी महात्माओं के मार्ग पर चले, इसीलिए उन्हें महात्मा की संज्ञा दी जाती है।

उन्होंने बच्चों से अपील करते हुए कहा कि वे ऐसे महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर अपना भविष्य निर्माण करें। उन्होंने कहा कि इस कड़ी में हरियाणा राज्य बाल कल्याणा परिषद बच्चों को इन महापुरुषों की राह पर ले जाने का बड़ा काम कर रहा है। उन्होंने राजभवन में विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गये रंगारंग सांसकृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियों की प्रशंसा की और कहा कि इन प्रस्तुतियों के माध्यम से हम सभी को सुन्दर मार्गदर्शन मिला है।

राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद बहुत ही सुंदर व उत्तम कार्य कर रहा है और परिषद की टीम क्रियात्मक रूप से अन्य क्षेत्रों में भी अच्छी प्रगति कर रही है और हरियाणाभर के बच्चों के विकास के लिए यह परिषद कोई अवसर नहीं छोड़ती। राजभवन में बच्चों द्वारा बनाई गई रंगोली, क्ले मॉडलिंग, चित्रकला की भी राज्यपाल ने प्रशंसा की। उन्होंने परिषद द्वारा पूरे राज्य में आयोजित की गई प्रतियोगिताओं और महिला एवं बाल विभाग के कार्यों की भी भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आज अन्तर्राष्ट्रीय मधुमेह दिवस भी है, इसलिए हमारे समाज को चाहिए कि वे जागरूक रहें, सक्रिय रहें, तनावरहित रहें, रक्तचाप रहित रहे और वजन को नियंत्रित रखें।

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