प्रदूषण: किसानों को दिलवाई धान के अवशेष न जलाने की शपथ

www.khaskhabar.com | Published : रविवार, 12 नवम्बर 2017, 4:43 PM (IST)

कैथल। धान के बचे अवशेषों को न जलाने को लेकर तहसीलदार राकेश कुमार के नेतृत्व में पटवारियों की बैठक रविवार को पटवार भवन में हुई। इसमें सभी पटवारियों को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर खड़ी धान की फसल के अवशेष न जलाने के बारे किसानों को जागरूक किया गया। इसके बाद कानूनगो व पटवारियों की टीम ने किसानों को जागरूक करने के लिए गांव में जाकर अभियान चलाया। तहसीलदार राकेश कुमार ने कहा कि डीसी के आदेशानुसार गांव का दौरा कर किसानों को पराली न जलाने को जागरूक किया जा रहा है। खेतों में पहुंचे कानूनगो व पटवारियों ने किसानों को शपथ भी दिलवाई गई।

नायब तहसीलदार सतप्रकाश शर्मा की अगवाई में टीम सदस्य कानूनगो सुरेश कुमार, जितेंद्र कुमार, कमल नैन, पटवारी रामनिवास, सन्नी दयोल, वीरेंद्र सिंह, सुखविंद्र सिंह, रमेश कुमार शामिल थे। गांव कठवाड़, दयोरा, टीक, कुलतारण व पट्टी अफगान के खेतों का दौरा कर किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में अवगत करवाया।

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तहसीलदार राकेश कुमार ने कहा कि धान के बचे अवशेष जलाने से खेत को नुकसान ही नुकसान है। एक तो खेत के अंदर जो मित्र किट होते हैं वे आग लगने से नष्ट हो जाते हैं, दूसरा उपजाऊ शक्ति पर असर पड़ता है। यदि में धान के बचे अवशेष जलाने की बजाए खेतों में नष्ट करे तो खेत बीमार होने से बचेगा। अगली फसल जब हमें मिलेगी तो पैदावार भी बढ़ेगी। इसलिए किसान पराली न जलाएं। पिछले एक सप्ताह से जो आसमान में स्मॉग छाया है यह सब पराली जलाने की ही देन है। स्मॉग के चलते लोग सड़क हादसों का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद यदि कोई किसान पराली जलाता है तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज होगी।

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