सुरक्षा की कीमत पर पाकिस्तान के साथ शांति नहीं चाहते PM मोदी:US अधिकारी

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 21 अक्टूबर 2017, 5:30 PM (IST)

वॉशिंगटन। अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने अगले हफ्ते भारत दौरे पर आने वाले है। इसी बीच अमेरिका के एक अधिकारी ने बड़ा बयान दिया है। शीर्ष अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ शांति तो चाहता है लेकिन सुरक्षा की कीमत पर नहीं। विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन की अगले सप्ताह भारत और पाकिस्तान की पहली यात्रा के मद्देनजर अधिकारी उन सवालों का जवाब दे रहे थे कि क्षेत्र में खासतौर से पाकिस्तान के साथ शांति तथा स्थिरता कायम करने के लिए भारत क्या कर सकता है। अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर कहा कि हर किसी को यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री मोदी क्षेत्र में शांति चाहते हैं लेकिन वह शांति कायम करने के लिए ऐसे कोई कदम नहीं उठा सकते जिससे उनकी सुरक्षा खतरे में पड़ती हो। अधिकारी ने कहा कि इसलिए पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता शुरू करना उनके फैसले पर निर्भर करता है।

उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान बातचीत करें। हमारा मानना है कि बातचीत करना, विश्वास कायम करना और क्षेत्रीय सुरक्षा एवं स्थिरता की राह पर चलना उनके लिए महत्वपूर्ण है, जिससे दोनों देश समृद्धि के अभूतपूर्व स्तर पर पहुंचेंगे। अधिकारी ने कहा कि पठानकोट आतंकवादी हमले समेत पाकिस्तान की ओर से लगातार होते हमलों के बाद भारत सरकार ने तब तक पाकिस्तान से बातचीत ना करने का निर्णय लिया जब तक वह उसके खिलाफ आतंकवादियों का समर्थन करना बंद नहीं करती।

उन्होंने कहा कि अब भारत की नीति है कि बातचीत और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते जैसा कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में कहा था और तब से अब तक कई बार इस बात को दोहराया जा चुका है। अधिकारी ने कहा, मेरा मानना है कि भारत को इस पर खुद फैसला लेना है और भारत सबसे अच्छा निर्णय लेगा। निश्चित तौर पर राष्ट्रपति ट्रंप प्रधानमंत्री मोदी और उनकी समझदारी व उनकी नेतृत्व क्षमता का बड़ा सम्मान करते हैं।

इससे पहले वाशिंगटन डीसी में बुधवार को रणनीतिक एवं अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन संस्थान में आने वाले शताब्दी के लिए भारत के साथ हमारे संबंधों की परिभाषा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए टिलरसन ने कहा था, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी भी अन्य नेता से ज्यादा एक ऐसी महत्वाकांक्षी साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं जो न केवल दोनों महान लोकतंत्र बल्कि अन्य संप्रभु देशों के लिए शांति और स्थिरता को फायदा पहुंचाती हो।

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उन्होंने कहा था, ट्रंप प्रशासन भारत और अमेरिका के बीच इस साझेदारी को और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। टिलरसन ने चीन और पाकिस्तान को आड़े हाथ लेते हुए कहा था कि बीजिंग की उकसावे वाली कार्रवाई उन अंतर्राष्ट्रीय कानूनों व तरीकों के खिलाफ है जिनके भारत और अमेरिका पक्षधर हैं और साथ ही स्पष्ट किया था कि वाशिंगटन यह आशा करता है कि पाकिस्तान अपनी सीमा के अंदर सक्रिय आतंकवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करेगा।

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