ट्रंप ने फिर दिए ईरान परमाणु करार से अलग होने के संकेत

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 17 अक्टूबर 2017, 11:00 AM (IST)

वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका के ईरान परमाणु करार से अलग होने की काफी संभावना है। ट्रंप ने सोमवार को एक कैबिनेट बैठक में कहा, मैंने जो किया मैं उसका मजबूती से समर्थन करता हूं। मैं अमेरिका का नाजायज फायदा उठाए जाने से परेशान हो चुका हूं। ट्रंप ने कहा, हम देखते हैं कि इस मुद्दे के दूसरे चरण में क्या होता है। इसका दूसरा चरण सकारात्मक हो सकता है या फिर यह नकारात्मक हो सकता है।

हम देखते हैं कि क्या हो सकता है। ट्रंप ने कहा कि वह इस बात से खुश हैं कि हाल ही में ईरान के नेताओं की भाषा में बदलाव देखने को मिला। उन्होंने ईरान को शानदार वार्ताकार बताते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा समझौता किया जो उनके लिए फायदेमंद है और अमेरिका के लिए बेहद बुरा है।

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नई दिल्ली। एक सर्वेक्षण में पता चला है कि देश के 85 फीसदी लोगों को अभी भी सरकार पर भरोसा है। इस सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि देश के 50 फीसदी से ज्यादा लोगों नेे सैन्य शासन और तानाशाही का भी समर्थन करते हैं। यह सर्वे प्यू रिसर्च सेंटर ने किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अपने मजबूत लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए पहचाने जाने वाले भारत में 50 फीसदी से ज़्यादा लोग किसी न किसी तरह से तानाशाही का समर्थन करते हैं। वहीं इनमें से 27 फीसदी लोग मजबूत नेता चाहते हैं।

इस सर्वेक्षण में भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी एक रिपोर्ट तैयार की गई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अर्थव्यवस्था 2012 से 6.9 फीसदी की दर से बढ रही है। वहीं सर्वेक्षण में 26 फीसदी लोगों ने माना है कि ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए जिसमें मजबूत नेता संसद या कोर्ट के दखल के बिना फैसला कर सके। लेकिन 71 फीसदी लोगों का मानना है कि यह शासन के लिए उचित नहीं होगा।

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इस सर्वे में भारत एशिया प्रशांत क्षेत्र के उन तीन देशों में शामिल है जहां लोग टेक्नोक्रैसी का समर्थन करते हैं। सर्वे में कहा गया है कि 53 प्रतिशत भारतीय और 52 प्रतिशत दक्षिण अफ्रीकी लोग अपने देश के लिए सैन्य शासन को बेहतर मानते हैं, लेकिन इन दोनों ही समाज में बुजुर्ग इस विचार का समर्थन नहीं करते। इनमें वे लोग हैं जिन्होंने लोकतांत्रिक शासन के लिए संघर्ष किया या फिर लोकतंत्र के पथ-प्रदर्शकों की अगली पीढ़ी हैं।

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