अमृतसर| स्वर्ण मंदिर
परिसर में सिख समूहों के बीच गुरुवार को हुई झड़प को रोकने के लिए पुलिस को
आना पड़ा। यह झड़प परिसर में उस स्थान पर हुई जहां 'हरमंदर साहिब' स्थित
है। झड़प में कुछ लोग घायल भी हो गए।
तलवारें सहित 'समानांतर जत्थेदारों' नामक एक समूह के सदस्यों ने परिसर के
प्रवेश द्वार के निकट एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति) टास्क
फोर्स के सदस्यों के साथ झगड़ा किया।
कादियान (गुरदासपुर जिले में)
में स्थित छोटा घल्लुघरा गुरुद्वारा की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, जौहर
सिंह के नेतृत्व वाले विरोधी गुट को टास्क फोर्स ने परिसर में प्रवेश करने
और अकाल तख्त की ओर बढ़ने से रोकने की कोशिश की। आकाल तख्त सिख धर्म का
सर्वोच्च आसन है।
गुरुद्वारा प्रबंधन के एक सदस्य के कथित तौर पर
अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने के कारण अगस्त में कादियान गुरुद्वारे
में हुए झड़प के बारे में अपना रुख स्पष्ट करने के लिए जौहर सिंह को
'समानांतर जत्थेदारों' ने बुलाया था।
झड़प तब हुई, जब समानांतर
जत्थेदारों के समर्थक और एसजीपीसी टास्क फोर्स के सदस्यों के बीच मौखिक
द्वंद्वयुद्ध शुरू हुआ। दोनों गुट तलवारों, लाठियों और अन्य पारंपरिक
हथियारों के साथ एक दूसरे से भिड़ गए जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना
पड़ा।
समानांतर जत्थेदारों को 2015 में कट्टरपंथी सिख समूहों द्वारा नियुक्त किया गया था।
आईएएनएस
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