नई दिल्ली। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में है। अना हजारे का कहना है कि मोदी
सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। उन्होंने अगले
साल की शुरुआत में नई दिल्ली में मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन कर सकते है।
एक
अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक, अन्ना हजारे का कहना है कि
प्रधानमंत्री की ओर से लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ति में कोई दिलचस्पी
नहीं दिखाई गई है। उन्होंने कहा कि अब उनका पीएम मोदी के शब्दों पर से
विश्वास उठ गया है।
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना ने कहा है कि मैं
दिल्ली में लोगों को जागरुक करने के लिए आंदोलन करुंगा। ये आंदोलन जनवरी के
आखिरी सप्ताह या फरवरी के पहले हफ्ते में हो सकता है।
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अन्ना ने कहा
कि सरकार देश के लोगों के साथ धोखा कर रही है। उन्होंने कहा कि एक नागरिक
प्रधानमंत्री पर किस तरह विश्वास करेगा। उन्होंने एक रिपोर्ट का जिक्र करते
हुए कहा, भारत एशिया में भ्रष्ट देशों की लिस्ट में ऊपर है। अब मेरा पीएम
के वादों से विश्वास उठ गया है, मैं उन्हें पत्र लिखता रहा और वादों की याद
दिलाता रहा।
आपको बता दें कि हाल ही में 2 अक्टूबर को गांधी जयंती
पर अन्ना हजारे ने राजघाट पर एक दिन का सत्याग्रह किया था। यहां अन्ना
हजारे ने कहा था कि 6 साल गुजर जाने के बाद भी जनलोकपाल नहीं आ सका है।
मोदी सरकार भ्रष्टाचार को रोकने में फेल है और जनलोकपाल व लोकायुक्त को
लेकर गंभीर नहीं है।
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