हनीप्रीत और डेरा के 2 सदस्यों को भगोड़ा घोषित करेगी पुलिस, इंटरनेशनल अलर्ट

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 23 सितम्बर 2017, 11:34 PM (IST)

चंडीगढ़। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम की सबसे करीबी राजदार हनीप्रीत इंसां ऊर्फ प्रियंका तनेजा 29 दिन से फरार है। हरियाणा समेत कई राज्यों की पुलिस और जांच एजेंसियों के लिए बाबा की मुंहबोली बेटी को पकडऩा सिरदर्द बना हुआ है। इसी बीच हनीप्रीत और डेरा के 2 और सदस्यों को पकडऩे के लिए इंटरनेशनल अलर्ट जारी कर दिया गया है। हरियाणा पुलिस ने कहा है कि हनीप्रीत समेत अन्य फरार आरोपियों को भगोड़ा अपराधी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस ने इसके अलावा हनीप्रीत के साथ-साथ आदित्य इंसां और पवन इंसां की संपत्तियों को जब्त करने का भी फैसला लिया है। डेरा राम रहीम के ये दो सदस्य (आदित्य और पवन) भी हनीप्रीत की ही तरह फरार चल रहे हैं।

हरियाणा डीजीपी बीएस संधु ने कहा है कि इनके खिलाफ लीगल ऐक्शन लिया जा रहा है। डीजीपी ने बताया कि उन्हें भगोड़ा अपराधी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी। डीजीपी संधु ने आरोपियों को चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हें जांचकर्ताओं के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखना चाहिए। डीजीपी ने कहा कि हनीप्रीत समेत अन्य की धरपकड़ के लिए कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि इंटरनैशनल अलर्ट जारी कर दिया गया है और पुलिस की टीम जगह-जगह रेड मार रही है। डीजीपी ने बताया कि 25 अगस्त तक हनीप्रीत के खिलाफ कोई केस नहीं था, लेकिन डेरा के कर्मचारी सुरिंदर धीमान की गिरफ्तारी के बाद उसकी भूमिका भी संदिग्ध हो गई।

डीजीपी ने बताया कि इसके बाद हनीप्रीत पर भी मामला दर्ज किया गया और पकडऩे के लिए अभियान चलाया गया। हरियाणा के डीजीपी बीएस संधू ने माना कि हनीप्रीत बड़ी चालाक है और पुलिस को गच्चा देने में माहिर है। डीजीपी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि हिंसा के बाद हनीप्रीत सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा आई थी। हनीप्रीत को पकडऩे के लिए हरियाणा और राजस्थान पुलिस की टीम ने श्री गंगानगर में छापा मारा था। राम रहीम के पैतृक घर की तलाशी ली गई थी पर हनीप्रीत नहीं मिली।

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संधू ने बताया कि साध्वियों से रेप केस में राम रहीम के जेल जाने को लेकर हुई हिंसा की जांच सही रास्ते पर है। सबूतों के आधार पर आरोपियों को पकड़ा जा रहा है। अब तक 100 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 44 लोगों की गिरफ्तारी सिरसा में हुई, इनका दंगा भडक़ाने रोल सामने आया। इसके अलावा पंचकूला में हुई हिंसा में शामिल 43 लोगों की लिस्ट भी जारी की गई है।

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