कासिम खान ,मेवात।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रदेश भर में खोले गए महिला थाने भ्रष्टाचार
का गढ़ बनते जा रहे हैं। महिलाओं के मुकदमे दर्ज करने से लेकर आरोपियों को
राहत देने के नाम पर जमकर लूट हो रही है। शुक्रवार को बिजिलेंस शाखा नूंह
टीम को मुमताज निवासी मुंढेता ने शिकायत दी कि महिला थाना कि एसआई रेखा
देवी मुकदमा नंबर 105 दिनांक 18 अगस्त 2017 को महिला थाना नूंह में रेप के
मामले के आरोपियों को राहत देने की एवज में 20000 रुपये की मांग कर रही है।
शिकायतकर्ता की शिकायत मिलते ही बिजिलेंस की टीम ने जाल बिछाते हुए पहले
तो पर्चा दर्ज किया और बाद में डीसी कार्यालय में सम्पर्क कर नायब तहसीलदार
शेर सिंह डयूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त कर महिला थाना में रेड की। इतना ही
नहीं गवाह के तौर पर डीसी कार्यालय की लिपिक रुकमीना को भी टीम में शामिल
किया गया। आरोपी महिला सब इंस्पेक्टर रेखा देवी की दराज से बिजिलेंस की
टीम ने 20 हजार रुपये बरामद कर उसे रंगे हाथों दबोच लिया। बिजिलेंस
इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने बताया कि आरोपी एसआई को कोर्ट में पेश किया
जायेगा।
शिकायतकर्ता मुमताज ने महिला थानों में कार्यरत स्टॉफ पर
रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगाए हैं। बिजिलेंस ने महिला एसआई से पूछताछ शुरू
कर दी है। खास बात तो यह है कि बिजिलेंस की गिरफ्त में आई एसआई रेखा देवी
के चेहरे पर कोई सिकन नहीं है। एसआई अपने आप को बेकसूर बताते हुए खूब जबान
लड़ा रही है। दूसरी तरफ दोपहर करीब डेढ़ बजे महिला थाना नूंह में हुई
बिजिलेंस की रेड के बाद महिला जवानों के होश उड़े हुए है। यह तो पुलिस जांच
और कोर्ट तय करेगा की रेखा देवी कितने दिन जेल में गुजारती हैं ,लेकिन
फ़िलहाल तो उन पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। महिला पुलिस थाने में तैनात
अधिकारियों व कर्मचारियों पर रिश्वत के आरोप तो एक बार नहीं बार- बार लगे
हैं , लेकिन रिश्वत लेते समय काबू करने की यह पहली घटना है। इस घटना के बाद
महिला थाने के चढ़ावे में गिरावट देखने को मिल सकती है।
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