बडेसरा गांव में चर्चित दोहरे हत्याकांड मामला, पीड़ित पक्ष ने 11वें दिन स्थगित किया धरना

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 14 सितम्बर 2017, 4:58 PM (IST)

भिवानी। भिवानी के लघु सचिवालय के बाहर जारी बडेसरा गांव के चर्चित दोहरे हत्याकांड मामले में हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जारी धरना पीड़ित पक्ष ने गुरूवार को धरना स्थगित कर दिया है। डीआई आजाद ढांडा की मध्यस्थता करते हुए पीड़ित पक्ष को एसपी सुरेन्द्र सिंह भौरिया से मिलवाया और जल्द ही उनकी मांग पूरे करने का भरोसा दिलाया।

बता दें कि 8 जुलाई को बडेसरा गांव में खूनी संघर्ष हुआ था, जिसमें बलजीत नामक व्यक्ति की मौके पर ही और तीन चार दिन बाद उसके पिता भले राम की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस खूनी संघर्ष में मृतक बलजीत के परिवार के कई लोगों को गंभीर चोटे भी आई थी। 8 जुलाई को पीड़ित परिवार ने हत्यारों की गिरफ्तारी होने तक बलजीत का शव लेने से इंकार कर दिया था। साथ ही नागरिक अस्पताल में तीन दिन तक धरना भी जारी रहा था। पीडि़त परिवार ने आरोप लगाया था कि दो साल पहले बवानीखेड़ा थाना प्रभारी रमेश कुमार और डीएसपी हेडक्वाटर चन्द्रपाल बिश्नोई विरोधी पार्टी से पैसे लेकर हमारे साथ अन्याय कर रहे है।


बता दें कि बडेसरा गांव में दो साल से सरपंच चुनावों को लेकर रंजिश चल रही थी। मृतक बलजीत के पक्ष का आरोप था कि सरपंच सुदेश देवी फर्जी शैक्षणिक दस्तावेजों के सहारे सरपंच बनी है। इसके लिए आरटीआई लगाकर खुलासा किया गया था। इसको लेकर बवानीखेङा थाना में शिकायत दर्ज करवाई गई थी। इस मामले में सरपंच सुदेश देवी को सस्पेंड भी किया गया था और उसे जेल भेजा गया था। इसी बीच दोनों गुटों में 8 जुलाई को खुनी संघर्ष हुआ और जिसमें 50 वर्षीय बलजीत की मौके पर मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए थे। बलजीत के पिता भले की कुछ दिनों बाद अस्पताल में मौत हो गई थी।

पीड़ित पक्ष ने हत्याकांड में आरोपित 54 में से केवल 7 आरोपियों की गिरफ्तारी होने, आरोपित पक्ष से जान का खतरा होने, पांच लोगों के आम्स लाईसेंस ना बनाने से खफा होकर 4 सितंबर को लघु सचिवालय पर धरना शुरु कर दिया था। पीङित पक्ष ने प्रशासन से मांग पूरी ना करने पर ईच्छा मृत्यु देने या फिर उन्हे जेल भेजने की मांग की थी। इस बीच कई बार प्रशासनिक अधिकारियों व पीङित पक्ष की बातें हुई, लेकिन बात सिरे नहीं चढी। विरवार को डीआई आजाद ढांडा ने मध्यस्तथा निभाते हुए पीङित पक्ष को एसपी सुरेन्द्र सिंह भौरिया से मिलवाया और एसपी ने जल्द मांगें मानने का भरोसा दिया। जिसके बाद पीङित पक्ष ने एक सप्ताह के लिए धरना स्थगित कर दिया है।

मृतक बलजीत के बेटे विकास ने बताया कि बताया कि उन्होने 4 सितंबर से लघु सचिवालय पर अपनी मांगों को लेकर धरना दिया था। आज डीआई की मध्यस्थता के चलते एसपी ने उनके पांच लोगों के आम्र्स लाईसेंस बनाने तथा जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है। विकास ने कहा कि डीआई पर भरोसा करते हुए उन्होंने धरना स्थगित किया है। उन्होंने बताया कि डीएसपी चन्द्रपाल पर पैसे लेने के मामले में कल शिक्षा मंत्री से मुलाकात की थी। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने जांच का भरोसा दिया था।


वहीं डीआई आजाद सिंह ढांडा ने कहा कि 11वें दिन लघु सचिवालय के बाहर जारी बडेसरा गांव के पीङित परिवार ने प्रशासन के भरोसे पर धरना स्थगित कर लिया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन अपने वादे पर खरा उतरेगा और जांच में दोषी पाए जाने वाला हर आरोपी सलाखों के पीछे होगा। अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी पर डीआई ने कहा कि पिछले दिनों सिरसा डेरा बाबा मामले में पुलिस फोर्स और थाना प्रभारी की ड्यूटी बाहर रही हैं, जिसके चलते कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी में समय लगा।

अढाई महीने पुराने चर्चित बडेसरा हत्याकांड को लेकर जारी धरना स्थगित होने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है। क्योंकि पीङित पक्ष कई बार धरना दे चुका है और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर गंभीर आरोप लगा चुका है। ऐसे में इस मामले को निपटाना और पीङित पक्ष को मनाना प्रशासन के लिए बङी सिर दर्दी थी।

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