इन्फोसिस के CEO&MD विशाल सिक्का का इस्तीफा, बताया यह कारण

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 18 अगस्त 2017, 10:11 AM (IST)

नई दिल्ली। देश की सबसे बडी आईटी कंपनियों में एक इन्फोसिस के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर विशाल सिक्का ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इन्फोसिस ने एक बयान के अनुसार निदेशक मंडल, यानी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने विशाल सिक्का के इस्तीफे को तत्काल प्रभाव से मंजूर कर लिया है। विशाल की जगह प्रवीण राव को अंतरिम सीईओ बनाया गया है। कंपनी के बयान के अनुसार, नए स्थायी मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ के पदभार ग्रहण करने तक सिक्का बने रहेंगे। यह नियुक्ति 31 मार्च 2018 से पहले कर दी जाएगी।

विशाल सिक्का का कहना है कि व्यक्तिगत हमले के कारण इस्तीफा दिया है। कंपनी को इस्तीफे के लिए दिए गए नोटिस में सिक्का ने इन्फोसिस की महान क्षमताओं में विश्वास व्यक्ति किया है। लेकिन पिछले कुछ महीनों तथा तिमाहियों में ध्यान बंटाने वालों बातों का जिक्र किया, जो लगातार व्यक्तिगत तथा नकारात्मक होती जा रही थी।

गौरतलब है कि इन्फोसिस के इस विवाद की जड़ में पूर्व चीफ फाइनेंनशियल ऑफिसर राजीव बंसल को दिया गया हर्जाना भत्ता है। बंसल को कंपनी ने 24 महीने की सैलरी कंपनी छोड़ते वक्त दी थी। इस रकम पर सेबी ने सवाल उठाया था जिसके बाद नारायण मूर्ति समेत अन्य फाउंडर्स ने विशाल सिक्का समेत कुछ शीर्ष अधिकारियों को कंपनी से मिल रही सैलरी और हर्जाने पर सवाल खड़ा कर इंफोसिस बोर्ड के सामने सवाल खड़ा कर दिया था।

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इन्फोसिस के मौजूदा बोर्ड और फाउंडर्स में यह विवाद ऐसे वक्त में देखने को मिल रहा है जब देश का पूरा सॉफ्टवेयर सर्विस सेक्टर मंदी के संकेत दे रहा है। वहीं अमेरिका में इमीग्रेशन नीति में संभावित बदलाव के खतरे देश की आईटी कंपनियों के सामने है। जानकारों का मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों से यदि भारतीय कंपनियां अमेरिका में पर्याप्त वर्कर्स नहीं भेज पाती तो वहां सर्विस देना भारतीय कंपनियों के लिए बड़ा चुनौती बन जाएगी। वहीं सिक्का के कार्यकाल में इन्फोसिस ने कंपनी की निर्भरता ऑटोमेशन और आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस पर बढ़ा दी है क्योंकि उसे क्लाइंट द्वारा खर्चों में कमी की उम्मीद है।

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