‘हवा-हवाई गर्ल’ ने राखी भाई से की हैं शादी, पहले से थी प्रेग्नेंट

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 05 सितम्बर 2017, 10:50 AM (IST)

बॉलीवुड की ‘हवा-हवाई गर्ल’ श्रीदेवी कपूर जो कि श्रीदेवी के नाम से प्रख्यात हैं, भारतीय फिल्मों की मशहूर अदाकारा हैं। जिन्होंने हिंदी फिल्मों के अलावा तमिल, मलयालम, तेल्गु, कन्नड़ और में भी काम किया है। अपनी वर्सटैलिटी और हिन्दी फिल्मों की बेहतरीन अभिनेत्री मानी जाने वाली श्रीदेवी ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘सोलवां सावन’ से 1979 में की थी। लेकिन उन्हें बॉलीवुड में पहचान फिल्म ‘हिम्मतवाला’ से मिली। इस फिल्म के बाद वह हिंदी सिनेमा की सुपरस्टार अभिनेत्रीयों में शुमार हो गयी। श्रीदेवी ने अपने फिल्मी करियर में कई अनगिनत फिल्में की। अपने करियर के दौरान उन्होंने कई दमदार रोल किए और कई मजबूत फीमेल किरदार को पर्दे पर बेहतरीन तरीके से पेश किया और मुख्यधारा के सिनेमा के अलावा उन्होंने कई आर्ट फिल्मों मे भी काम किया जिसे भारत में पैरलल सिनेमा कहा जाता हैै। उन्हें तीन बार फिल्मफेयर पुरस्कार मिल चुका है। उनके करियर का ग्राफ कई बार नीचे भी गिरा लेकिन उन्होंने अपने को कई बार इससे उबारा और स्टेटस को बरकरार रखने के लिए उनकी क्षमता ने सभी का दिल जीता। 2013 में उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा गया।
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श्रीदेवी की पृष्ठभूमि

श्रीदेवी का जन्म 13 अगस्त 1963 को तमिलनाडु में हुआ था। उनके पिता अय्यपन हैं-जोकि एक वकील हैं। उनकी मां का नाम राजेश्वरी है। उनकी एक बहन और दो सौतेले भाई है। बहन का नाम- श्रीलता है। भाईयों का नाम आनंद और सतीश है।

बोनी कपूर को बांधी थी राखी


बीटाउन की इस चर्चित एक्ट्रेस का करियर जितना उतार-चढ़ाव रहा। उनकी पर्सनल लाइफ भी उतनी ही दिलचस्प थी। ये खबर आपके लिए शॉकिंग हो सकती है, लेकिन ये पूरी तरह से सच है। जिसका खुलासा बोनी कपूर की एक्स वाइफ मोना कपूर ने एक इंटरव्यू में किया था। दरअसल, उस वक्त श्रीदेवी मिथुन चक्रवर्ती को डेट कर रही थी और उन्हें अपने प्यार का यकीन दिलाने के लिए ही श्रीदेवी ने बोनी कपूर को राखी बांधी थी। क्योंकि, मिथुन को इस बात की भनक लग चुकी थी कि श्रीदेवी बोनी के क्लोज हो रही हैं। इस वजह से बोनी और मिथुन के बीच भी दूरियां आई थी। जिस कारण श्रीदेवी ने बोनी को राखी बांधने के लिए तैयार हो गईं। तब श्रीदेवी ने मिथुन से यह भी कहा था कि उनके और बोनी के बीच कुछ भी नहीं चल रहा।


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श्रीदेवी की शादी

श्रीदेवी का फिल्मी करियर उन दिनों उंचाइयों पर था, तभी उनके और उनके कोस्टर मिथुन चक्रवर्ती के अफेयर की खबरे मिडिया में उड़ने लगी। चर्चा तो ये भी थी की श्रीदेवी और मिथुन ने चुपचाप शादी भी कर ली है। हालंकि इन सबसे मिथुन के गृहस्थ जीवन में जरीर भूचाल लाकर रख दिया था। जिसके बाद मिथुन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर सबको अपने और श्रीदेवी के रिश्ते की सफाई दी। श्रीदेवी की शादी भी काफी विवादित रही। उनको बोनी कपूर से काफी पहले से ही प्यार था बस वो इजहार नहीं कर पा रही थीं क्योंकि बोनी कपूर शादीशुदा थे। 1987 में बोनी कपूर ने श्रीदेवी के साथ फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ और 1993 में ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ बनाई थी। इसके बाद में 1996 में बोनी और श्रीदेवी ने शादी कर ली। सूत्रों के अनुसार श्रीदेवी ने जब बोनी कपूर से शादी की तो वो करीब 7 महीने की प्रेगनेंट थी। शादी के कुछ महीने बाद ही जाह्नवी का जन्म हुआ था।


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श्रीदेवी का करियर

श्रीदेवी ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत महज चार वर्ष की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट की थी। उनकी पहली फिल्म बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट ‘थुनविन’ थीं। नन्ही श्रीदेवी को मलयालम मूवी पूमबत्ता(1971) के लिए केरला स्टेट फिल्म अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। उन्होंने इस दौरान कई तमिल-तेलगु और मलायलम फिल्मों में काम किया जिसके लिए उन्हें कई अवार्डों से सम्मानित भी किया गया।


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श्रीदेवी ने अपने वयस्क करियर की शुरुआत साल 1979 में हिंदी फिल्म ‘सोलवां सावन’ से की थी। हालंकि उन्हें बॉलीवुड में पहचान फिल्म 1983 में आई फिल्म हिम्मतवाला से मिली। इस फिल्म में उनके अपोजिट जितेंद्र नजर आये थे। यह फिल्म 1983 ब्लॉकस्बस्टर फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्में जितेन्द्र के साथ की। उसके बाद उनकी फिल्म ‘तोहफा’ आई जिसने उस दौर में कमाई के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। वर्ष 1983 में फिल्म सदमा में श्रीदेवी दक्षिण सिनेमा के अभिनेता कमल हासन संग नजर आई। इस फिल्म में उनके अभिनय को देख आलोचक भी दंग रह गए। श्रीदेवी को फिल्म सदमा के लिए पहली बार फिल्मफेयर अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का नामंकन मिला था।

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साल 1986 में आई फिल्म नगीना, जिसमे श्रीदेवी ने एक इच्छाधारी नागिन की भूमिका अदा की थी। यह फिल्म उस साल की दूसरी सुपर-डुपर हिट फिल्म साबित हुई थी। उस दौरान श्रीदेवी की नगिना फिल्म सर्वश्रेष्ठ सांपो वाली फिल्मों में पहले स्थान पर थी। इसी फिल्म का गाना ‘मैं तेरी दुश्मन, दुश्मन तो मेरा...’ एक आइकॉनिक गाना माना जाता है। इसी साल उनकी दो और फिल्में रिलीज हुई। जिनमे सुभाष घई की मल्टी-स्टारर फिल्म कर्मा और फिरोज शाह की जांबाज शामिल थी। दोनों ही फिल्मों में श्रीदेवी की गजब के अभिनय को दर्शक भी भौचक्के रह गए थे।
साल 1987 में आई फिल्म मिस्टर इंडिया में श्रीदेवी एक जर्नलिस्ट के किरदार में नजर आई। जोकि एक उनका आइकॉनिक रोल माना जाता है। यह फिल्म साइंटिफिक थ्रिलर फिल्म थी। इस फिल्म में उनके अपोजिट अनिल कपूर नजर आये थे। फिल्म मिस्टर इंडिया का गाना हवा-हवाई आज भी दर्शकों के जुबान पर रहता है। उस दौर में श्री देवी और अनिल कपूर का रेन डांस सांग काटे नहीं कटते आज भी बारिश के गानों में पहले नंबर पर है।

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1989 में आई फिल्म चालबाज में श्रीदेवी दोहरी भूमिका में नजर आई थी। जोकि 80 के दशक की आइकोनिक मूवीज में से एक है। इस फिल्म के लिए उन्हें आलोचकों से काफी प्रशंसा मिली थी। श्रीदेवी को फिल्म चालबाज के लिए उन्हें उनके पहले फिल्म फेयर सर्वश्रेठ अभिनेत्री के पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था।

चालबाज के बाद श्रीदेवी यशराज फिल्म्स की फिल्म ‘चांदनी’ में अभिनेता ऋषि कपूर के साथ नजर आयी थी। इस फिल्म का गाना मेरे हाथों में नौ-नौं चूड़िया है आज भी वेडिंग सांग्स लिस्ट में सबसे उपर है। श्रीदेवी ने इस फिल्म के गाने चांदनी ओ मेरी चांदनी गाने में अपनी आवाज दी थी। इसके बाद साल 1991 में श्रीदेवी एक बार फिर यशराज की फिल्म लम्हे में दिखाई दी। फिल्म लम्हे के लिए श्रीदेवी को उनका दूसरा फिल्म फिल्मफेयर अवार्ड मिला था।

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1993 में श्रीदेवी मेगास्टार अमिताभ बच्चन के अपोजिट नजर आयी थी। उन्होंने इस फिल्म दो भूमिका अदा की थी। एक वॉरियर की दूसरी उसकी बेटी की। इस फिल्म की शूटिंग भारत के अलावा काबुल में भी हुई थी। फिल्म काबुल में उतनी ही लोकप्रिय साबित हुई जितनी भारत में। इस फिल्म में श्रीदेवी ने अपने अभिनय से सबकी तारीफें बटोरी। इसी साल श्री देवी उस दौर की सबसे बड़े बजट की फिल्म रूप कीरानी चोरो का राजा में अनिल कपूर संग नज़र आयीं। हालांकि फिल्म जितनी बड़े बजट की उतनी ही बुरी उसे बॉक्स ऑफिस पर मुंह की खानी पड़ी थी। इसके बाद श्रीदेवी लाडला और फिल्म जुदाई में नजर आई। 1996 में निर्देशक बोनी कपूर से शादी के बाद श्रीदेवी ने फिल्मी दुनिया से अपनी दूरी बना ली थी। लेकिन इस दौरान वह कई टीवी शोज में नजर आई। श्रीदेव ने साल 2012 में गौरी शिंदे की फिल्म ‘इंग्लिश विंग्लिश’ से रूपहले परदे पर अपनी वापसी की। हिंदी सिनेमा से कई वर्षों तक दूर रहने के बाद भी फिल्म इंग्लिश विंग्लिश में श्री देवी ने बेहतरीन अभिनय से आलोचकों और दर्शकों को चौंका दिया था।

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श्रीदेवी की प्रसिद्ध फिल्में

जुली, सोलवां सावन, सदमा, हिम्मतवाला, जाग उठा इंसान, अक्लमंद, इंकलाब, तोहफा, सरफरोश, बलिदान, नया कदम, नगीना, घर संसार, नया कदम, मकसद, सुल्तान, आग और शोला, भगवान, आखरी रास्ता, जांबांज, वतन के रखवाले, जवाब हम देंगे, औलाद, नजराना, कर्मा, हिम्मत और मेहनत, मिस्टर इंडिया, निगाहें, जोशीले, गैर क़ानूनी, चालबाज, खुदा गवाह, लम्हे, हीर रांझा, चांदनी, रूप की रानी चोरों का राजा, चंद्रमुखी, चांद का टुकड़ा, गुमराह, लाडला, आर्मी, जुदाई, हल्ला बोल, इंग्लिश विंग्लिश और मॉम जैस फिल्मों में नजर आई।

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