कानपुर।
शहर को अपराध मुक्त करने के लिए अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के
दौरान रेलबाजार पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। बीती देर रात गश्त के
दौरान मुखबिर की जानकारी पर पुलिस ने जब रेलबाजार स्थित एक घर में छापा
डाला तो पुलिस को वो सब कुछ मिला जिसका खुद उसे अंदाजा नहीं था। बड़े पैमाने
पर संचालित किये जा रहे सट्टे के काले कारोबार का खुलासा करते हुए पुलिस
ने 12 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के साथ ही 16 लाख रुपए नकद व अन्य सामान
बरामद किया।
10 रुपए लगाने पर 90 और 100 रुपए लगाने पर नौ हजार ऐसे रेट
पर रोजाना लाखों का सट्टा खिलाने वाला सोनी मिश्रा पुलिस के हाथ आठ साल
बाद लगा है। रेलबजार थाना क्षेत्र में मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने
जब छापा डाला तो खुद पुलिस के ही होश उड़ गए, क्योंकि जिस जगह पर पुलिस ने
छोटा मोटा जुआ समझकर छापा डाला था। वहां पर रोजाना लाखों के सट्टे का काला
कारोबार संचालित होता था। पुलिस ने जो बरामदगी की है वो इस बात का सबूत है
कि पिछले आठ सालों में यहां पर अब तक करोड़ों रुपए का हेरफेर हो चुका है।
दबिश के दौरान पुलिस ने 12 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के साथ ही लगभग 17
लाख की बड़ी रकम भी बरामद की है। सट्टा खेली जाने वाली पर्ची व ताश की गड्डी
मिलने से इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि सट्टे के अलावा वहां कई
सालों से जुएं की फड़ भी सज रही थी। शुक्रवार को एसपी (पूर्वी) अनुराग
आर्या ने पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि संचालक सोनी
मिश्रा पिछले आठ सालों से वो इस काले कारोबार को चला रहा था। सभी
अभियुक्तों को जेल भेजा रहा है।
ऐसे में सवाल ये भी उठते है कि आखिर
कैसे पुलिस की बिना मिलीभगत के कोई इतना बड़ा काला कारोबार इतने सालों से
चला सकता है। हालांकि एसपी ईस्ट अनुराग आर्या ने पुलिस की संलिप्त्ता पाए
जाने पर कार्रवाई की बात कही है।
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