जोहानसबर्ग। महिला वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफाइनल्स में भारत खिताबी होड़ से बाहर हो गया। भारतीय टीम को मंगलवार को क्वार्टर फाइनल में इंग्लैंड के हाथों 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में इंग्लैंड पूरी तरह से भारत पर हावी रहा। उसने पहले क्वार्टर में ही दो गोल दाग भारत को बैकफुट पर धकेल दिया।
भारत ने अंत के दो क्वार्टर में जरूर कुछ आक्रामकता दिखाई, लेकिन यह मैच जीतने वाली साबित नहीं हुई। पहले क्वार्टर के छठे मिनट में इंग्लैंड को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसे वह गोल में नहीं बदल पाई। इस पर इंग्लैंड ने वीडियो रेफरल लिया जिस पर उसे एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला। इस पर भी वह गोल नहीं कर पाई, लेकिन पेनल्टी लेने में सफल रही।
इस बार जिसेले एनसले ने गोल करने में कोई गलती नहीं की। इस गोल के बाद भारतीय महिलाओं पर दबाव साफ दिख रहा था। आत्मविश्वास से भरी इंग्लैंड ने भारतीय महिलाओं के पास गेंद नहीं रहने दी और लगातार आक्रमण जारी रखा। इसी बीच 13वें मिनट में एलेक्स डेनसन ने शानदार फील्ड गोल किया और इंग्लैंड की बढ़त को 2-0 कर दिया। दूसरे क्वार्टर में भी भारतीय टीम दबाव में खेली और इंग्लैंड के घेरे से अधिकतर बाहर रही।
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हालांकि, उसने इस क्वार्टर में इंग्लैंड के गोल करने के कई प्रयासों को
नाकाम कर दिया। तीसरे क्वार्टर में इंग्लैंड ने अपना तीसरा गोल किया। 42वें
मिनट में सुसानाह टाउनसेंड ने शानदार फील्ड गोल करते हुए इंग्लैंड की बढ़त
की तीन गुना कर दिया। इसके कुछ सेकेंड बाद ही भारत को लगातार दो पेनल्टी
कॉर्नर मिले, लेकिन भारतीय टीम दोनों मौकों पर चूक गई। इस क्वार्टर में
भारत ने अपनी रणनीति में बदलाव किया और आक्रामकता के साथ खेल खेला।
आखिरी
क्वार्टर के अंत में भी भारत ने इंग्लैंड के घेरे में आक्रमण किया। हालांकि
इंग्लैंड की मजबूत रक्षापंक्ति ने उसे दूर रखा, लेकिन किसी तरह भारतीय
महिलाएं 57वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर लेने में सफल रहीं और इस बार गुरजीत
कौर ने गोल कर भारत का खाता खोला। अंतिम मिनट में हनाह मार्टिन ने
इंग्लैंड के लिए चौथा गोल दागा।
(IANS)
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