गोरखपुर। एक और फर्जी कंपनी ने लोगों को 100 करोड़ की चपत लगाई है। देश के कई राज्यों के हजारों लोगों से यह फर्जी कंपनी 100 करोड़ रुपये लेकर चंपत हो गई है। फर्जी कंपनी आरडी और अन्य योजनाओं के नाम पर रुपये एकत्र करती थी। चार महीने से जब इस कंपनी ने किसी का भुगतान नहीं किया, तब एजेंट और अन्य कर्मचारियों को शक हुआ। करीब 70 एजेंटों ने कल गोरखपुर के राप्तीनगर स्थित चेयरमैन के आवास का घेराव किया। उन्होंने चेयरमैन का घर घेरकर धरना दिया। पीड़ितों ने डीएम
और एसएसपी से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की है।
गोरखपुर राप्तीनगर के एक शख्स की अगुवाई में शहर के कुछ लोगों ने मिलकर गैब (ग्राम विकास क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड) नामक एक संस्था बनाई। गैब नाम की कंपनी ने कई प्रदेशों
में दफ्तर खोल रखा था। लखनऊ में हेड ऑफिस और अन्य प्रदेशों में इसकी शाखाएं खोली थीं।
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4 महीने से नहीं किया किसी को भुगतान
चार महीने से जब संस्था
ने किसी का भुगतान नहीं किया, तब एजेंट और अन्य कर्मचारी परेशान हो गए।
गैब के लखनऊ स्थित ऑफिस पहुंचे तो वहां ताला बंद मिला। अन्य प्रदेशों के
आफिस में भी ताले बंद मिले। संस्था के जिम्मेदारों का भी जब फोन नहीं उठा
तो कर्मचारी और एजेंटों ने चेयरमैन के घर के बारे में जानकारी जुटाई।
बृहस्पतिवार को गोरखपुर के राप्तीनगर स्थित संस्था के चेयरमैन के आवास का
घेराव किया।
बिहार, हरियाणा में ज्यादा ठगी
बिहार
से आए सीनियर मैनेजर अभिमन्यु सिंह ने बताया कि बिहार, पंजाब, हरियाणा में
ज्यादा ठगी हुई है। करीब 100 करोड़ रुपये लेकर कंपनी फरार हो गई है। हिसार
पंजाब के संजय ने बताया कि संस्था ने आज उन्हें भुगतान के लिए बुलाया था,
मगर ऑफिस में ताला बंद था। बताया कि पिछले चार महीने से संस्था ने किसी का
भुगतान नहीं किया है।
ऐसे करते थे ठगी
गैब नामक की
संस्था सोसाइटी बनाकर लोगों से आरडी और अन्य योजनाओं के नाम पर रुपये जमा
कराती थी। 100 से लेकर लाखों रुपये तक जमा कराने के बाद 10 साल और एक साल
की योजना बताती थी। संस्था के लोग दावा करते थे कि इतने दिनों में रकम
दोगुनी हो जाएगी।