रिलेशन्स और इमोशन्स से ऊपर है टैलेन्ट - गीता कपूर

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 21 अप्रैल 2017, 10:02 PM (IST)

जयपुर। ‘‘टैलेंट पहले होता है और इमोशन्स बाद में। अगर किसी शख्स में टैलेन्ट है तो अपने चाहने वालों के साथ हमारे इमोशनल रिश्ते अनायास ही डवलप हो जाते हैं। यहीं वजह है कि लोगों ने मुझे गीता कपूर की बजाय ‘गीता मां’ कहना ज्यादा उचित समझा। उनके इस प्यार को मेरा सलाम।’’ ये कहना है बॉलीवुड फिल्मों की कोरियोग्राफर और टीवी रियलिटी शो जज गीता कपूर (गीता मां) का। वे शुक्रवार को मालवीय नगर स्थित स्टाइल एण्ड सीजर्स सैलून में हुई प्रेस वार्ता में मीडिया से रूबरू हुईं। उन्होंने कहा कि फिलहाल मेरे पास बॉलीवुड का कोई बड़ा प्रोजेक्ट हाथ में नहीं है, लेकिन रियलिटी शोज को बतौर जज खूब एन्जॉय कर रही हूं। जल्द ही आप मुझे सुपर डांसर 2 में देख पाएंगे। गीता कपूर रिद्धि एंटरटेनमेंट की ओर से अलवर में आयोजित टैलेंट हंट शो ‘‘आजा नच ले’’ को जज करने आईं थीं। गीता कपूर ने कहा कि मुझे अभी भी गुरूजी फराह खान से बहुत कुछ सीखना बाकी है। हालांकि उन्होंने ही मुझे इण्डस्ट्री में खड़ा किया है और उन्हीं के पदचिन्हों पर चलकर नई पीढ़ी को संस्कार दे रही हूं। भारत की गुरू शिष्य परम्परा की गहराईयों को आत्मसात करने से ही नैसर्गिक गुणों का विकास होता है और अपनी डांस कोरियोग्राफी में मैं वह सब कुछ समाहित करने का प्रयास करती हूं। गुरूजी फराह खान के साथ मैं मरते दम तक काम करना चाहूंगी। यदि वे मुझे किसी प्रोजेक्ट में शामिल करती हैं तो मैं उसे ना नहीं कह सकती।जयपुर से अपने जुड़ाव के बारे में गीता कपूर ने कहा कि यहां की राजसी विरासत मुझे हमेशा आकर्षित करती है। यहां के हैरिटेज और कल्चर के साथ ही मुझे जयपुर की ज्वैलरी सर्वाधिक पसंद है। मैं कई बार जयपुर आई हूं और जब भी आती हूं जो कोई न कोई ज्वैलरी आइटम बतौर यादगार यहां से शॉपिंग कर ले जाती हूं।

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