सुलतानपुर। जिलाधिकारी एस.राजलिंगम ने आज राज्य पोषण मिशन के
अन्तर्गत स्वयं द्वारा गोद लिये गये कुड़वार ग्राम का निरीक्षण किया।
इस
अवसर पर उन्होंने अतिकुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य की समीक्षा की। उन्होंने
अपने समक्ष बच्चों का वजन कराया तथा ग्रोथ चार्ट से मिलान भी
कराया। जिलाधिकारी ने निरीक्षण में पाया कि इस गांव में पिछले माह 13 बच्चे
अतिकुपोषित श्रेणी में थे, जिनमें से 1 बच्चा आंशिक श्रेणी में आ गया है
और सभी बच्चों का वजन बढ़ा है तथा स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।
इस गांव में
शिवा, सलोनी, मोहित, आदर्श, रितु, कांती, अल्फिया, नूरशमा, सारिक, वैष्णवी,
कादिर व धर्मेन्द्र अतिकुपाषित श्रेणी में हैं, जबकि श्रृष्टि आंशिक
श्रेणी में आ गयी है। उन्होंने समीक्षा में पाया कि यहां से अतिकुपोषित
बच्चे एन.आर.सी. में भेजे गये थे। जिलाधिकारी ने अतिकुपोषित बच्चों के
अभिभावकों से कहा कि जिन अतिकुपोषित बच्चों को चिकित्सक एन.आर.सी में भेजते
हैं, अभिभावक उनके साथ एन.आर.सी. में जायें । जहां पर उनके ठहरने आदि की
व्यवस्था रहती है और उन्हें अलग से पैसा भी दिया जाता है। एन.आर.सी. में
जाने पर बच्चे जल्दी स्वस्थ हो जाते हैं।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान से कहा कि गांव को खुले में शौच से
मुक्त करायें। जो व्यक्ति स्वयं शौचालय बना सकते हैं, उन्हें प्रेरित करके
उनका शौचालय बनवायें। जो व्यक्ति आर्थिक रूप से कमजोर है उनकी सूची तैयार
कर डी.पी.आर.ओ. को उपलब्ध करायें ताकि उन्हें शौचालय बनवाने हेतु
प्रोत्साहन राशि उपलब्ध कराया जा सके। जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधान से कहा
कि जैसे पंचायत भवन में टाइल्स लगवाया गया है। उसी प्रकार प्राथमिक
विद्यालयों की फर्श एवं शौचालय में टाइल्स व्यवस्था के साथ रनिंग वाटर एवं
विद्युतकरण कराया जाय । उन्होंने कहा कि कुड़वार के सभी परिषदीय विद्यालयों
को मॉडल के रूप में सुव्यवस्थित किया जाय।
जिलाधिकारी के निरीक्षण के समय सी.डी.पी.ओ. एस.के.मिश्रा, चिकित्साधिकारी
डॉ. काजी अनवर, खण्ड विकास अधिकारी राकेश, जिला सूचना अधिकारी आर.बी.सिंह व
सम्बन्धित उपस्थित थे।