बिना लालबत्ती आए चेयरमैन, कर्मचारी पहचान नहीं पाए,दो सस्पेंड

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 21 अप्रैल 2017, 1:36 PM (IST)

भिवानी। यूं तो गाड़ी पर लगी लाल बत्ती नेताओं और अधिकारियों के लिए स्टेटस सिंबल थी, लेकिन अब इनकी गाडिय़ों पर लाल बत्ती नहीं होने का फायदा भी मिल रहा है। इसका नजारा उस समय देखने को मिला जब शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन अपनी गाड़ी से लालबत्ती उतार कर दौरे पर आए। इस दौरान दो कर्मचारी काम छोडक़र मोबाइल में व्यस्त थे, जिन्हे सस्पेंड कर दिया गया।
बता दें कि पंजाब सरकार की पहल के बाद केंद्र सरकार व सुप्रीम कोर्ट ने पूरे देश में नेताओं का स्टेटस सिंबल बनी लालबत्ती को वाहनों से हटाने के निर्देश जारी किए। इसके तहत शिक्षा बोर्ड चेयरमैन ने भी अपनी गाड़ी से खुद ही बत्ती हटाई। लेकिन खास बात ये रही कि बत्ती हटने का खामयाजा चेयरमैन की बजाय दो कर्मचारियों को भूगतना पङा।
चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि सांसद, विधायक या मंत्री का सम्मान बत्ती से नहीं बल्कि लोगों के मन से होता है। उन्होने बताया कि बत्ती हटने के बाद कई प्रकार के सुधार होंगे जो बोर्ड में शुरू भी हो चुके हैं।
चेयरमैन ने इसका उदाहरण देते हुए बताया कि आज सुबह गाड़ी से बत्ती हटाने के बाद जब बोर्ड परिसर में पहुंचे तो दो कर्मचारी काम छोडक़र अपने मोबाइल में व्यस्त थे। उन्होने बताया कि बीना बत्ती की गाड़ी होने पर इन कर्मचारियों को उनके आने का एहसास ही नहीं हुआ। जब वो खुद गाड़ी से उतर कर उनके पास पहुंचे तो कर्मचारियों को एहसास हुआ कि ये चेयरमैन हैं। भले ही नेताओं को मन ही मन लाल बत्ती उतरने का अफसोस हो और इसके परिणाम आगे अच्छे आए या ना आए। लेकिन भिवानी बोर्ड में बत्ती उतरने के सार्थक परीणाम पहले ही दिन आ गए हैं।

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