ऐसे घर में नहीं रूकती लक्ष्मी

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 19 दिसम्बर 2017, 10:35 AM (IST)

हर कोई चाहता है कि उसके घर में हमेशा खुशियां आती रहे। इसके लिए कई प्रकार के जतन भी किए जाते हैं। लेकिन इसके बावजूद हमसे कोई न कोई चूक जाने अनजाने हो जाती हैंं। लेकिन कई बार कुछ वास्तु दोष घर की खुशियां छीन लेते हैं। लेकिन कहते है हर चीज का उपाय भी होता है।

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वास्तुशास्त्र के हिसाब से अगर आप घर की दिशाओं पर ध्यान नहीं देंगे तो आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। तो फिर देर किस बात की NEXT स्लाइड्स पर क्लिक कर डालिए एक नजर किन वस्तुओं को वास्तुशास्त्र के हिसाब से रखना चाहिए......



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— वास्तुशास्त्र के अनुसार दक्षिण-पश्चिम दिशा का संबंध पृथ्वी तत्त्व से है। इस दिशा को कभी दूषित न रखें। इससे आपको दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है।
— वास्तुशास्त्र के अनुसार उत्तर-पूर्व दिशा का संबंध जल से है। इस दिशा को भी सदैव पवित्र रखना चाहिए।

— दक्षिण-पूर्व दिशा का संबंध आग्नि से है। इस दिशा में बिजली के मीटर, विद्युत उपकरण आदि रखना चाहिए।

— उत्तर-पश्चिम दिशा में वायु तत्त्व वाली चीजें रख सकते है। इसे हमेशा पवित्र रखने से घर में सभी का स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
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प्रकृति कई बार धनप्राप्ति के संकेत देती है लेकिन हम उनको प्रहचान नहीं पाते हैं। आज हम आपको बता रहे हैं

1- अगर आपके शरीर के दाहिने भाग में या सीधे हाथ में लगातार खुजली हो, तो समझ लेना चाहिए कि आपको धन लाभ होने वाला है।
2- लेन-देन के समय यदि पैसा आपके हाथ से छूट जाए, तो समझना चाहिए कि धन लाभ होने वाला है।
स्लाइड्स पर क्लिक कर डालिए एक नजर कुछ ऐसे ही संकेतों के बारे में जो लक्ष्मी (धन) आगमन के बारे में हमें पहले से ही सूचित कर देते हैं........

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3-यदि कोई सपने में देखे कि उस पर कानूनी मुकदमा चलाया जा रहा है, जिसमें वह निर्दोष छूट गया है, तो उसे अतुल धन संपदा की प्राप्ति होती है।

4- जो व्यक्ति सपने में मोती, मूंगा, हार, मुकुट आदि देखता है, उसके घर में लक्ष्मी स्थाई रूप से निवास करती है।

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5- जिसे स्वप्न में कुम्हार घड़ा बनाता हुआ दिखाई देता है, उसे बहुत धन लाभ होता है।

6- दीपावली के दिन यदि कोई किन्नर संज-संवर कर दिखाई दे, तो अवश्य ही धन लाभ होता है। ये धन लाभ अप्रत्याशित रूप से होता है।

7- सोकर उठते ही सुबह-सुबह कोई भिखारी मांगने आ जाए, तो समझना चाहिए कि आपके द्वारा दिया गया पैसा (उधार) बिना मांगे ही मिलने वाला है। इसलिए भिखारी को अपने द्वार से कभी खाली हाथ नहीं लौटाना चाहिए।

8- यदि कोई सपने में स्वयं को कच्छा पहनकर कपड़े में बटन लगाता देखता है, तो उसे धन के साथ मान-सम्मान भी मिलता है।

9- यदि कोई स्वप्न में किसी को चेक लिखकर देता है, तो उसे विरासत में धन मिलता है तथा उसके व्यवसाय में भी वृद्धि होती है।

10- गुरुवार के दिन कुंवारी कन्या पीले वस्त्रों में दिख जाए, तो इसे भी शुभ संकेत मानना चाहिए। ये भी धन लाभ होने के संकेत है।

11- अगर आप धन संबंधित काम के लिए कहीं जाने के लिए कपड़े पहन रह हैं और उसी समय आपकी जेब से पैसे गिरें, तो यह आपके लिए धन प्राप्ति का संकेत है।

12- यदि कोई सपने में दिया सलाई जलाता है, तो उसे अनपेक्षित रूप से धन की प्राप्ति होती है।

13- सपने में अगर किसी को धन उधार देते हैं, तो अत्यधिक धन की प्राप्ति होती है।

14- कहीं जाते समय नेवले द्वारा रास्ता काटना या नेवले का दिखना शुभ संकेत होता है। नेवला दिखना धन लाभ का संकेत होता है। आप सोकर उठे हों और उसी समय नेवला आपको दिख जाए तो गुप्त धन मिलने की संभावना रहती है।

15- सपने में यदि गर्दन में मोच आ जाए, तो भी धन लाभ होता है। यदि पका हुआ संतरा देंखे तो शीघ्र ही अतुल धन-संपत्ति प्राप्त होती है।

16- शुक्रवार के दिन कपिला गाय (केसरिया रंग की) के दर्शन होना भी बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा हो जाए तो समझना चाहिए कहीं से अचानक धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं।
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17- जो व्यक्ति सपने में फल-फूलों का भक्षण करता है, उसे धन लाभ होता है। जो स्वप्न में ध्रुमपान करता है, उसे भी धन प्राप्ति होती है।

18- कुत्ता यदि अचानक धरती पर अपना सिर रगड़े और यह क्रिया बार-बार करे तो उस स्थान पर गढ़ा धन होने की संभावना होती है।

19- यदि यात्रा करते समय किसी व्यक्ति को कुत्ता अपने मुख में रोटी, पूड़ी या अन्य कोई खाद्य पदार्थ लाता दिखे, तो उस व्यक्ति को धन लाभ होता है।

20- यदि कोई यात्री घर को लौट रहा हो और गधा उसके बाईं ओर रेंके तो उसे थोड़े समय बाद धन लाभ होता है।
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आज हर व्यक्ति पैसा कमाता है और चाहते है कि मरते दम तक लक्ष्मी उस पर मेहरबान रहे, लेकिन ऐसा मुमकिन नहीं है हर इंसान के जीवन में सुख के दिन या दुःख के दिन आते रहते है जिससे समय समय पर हैं धन की वर्षा होती है। आज हम स्वप्न में दिखने वाले कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके ऊपर धन कि वर्षा का संकेत होते हैं।

स्वप्न में दिखने वाली इन चीज़ों के बारे में जानने के लिए क्लिक कीजिए अगली स्लाइड पर...

उल्लू
कहते अगर इंसान को स्वप्न में उल्लू दिखाई पड़ता है, तो ये लक्ष्मी के आगमन का संकेत है। इसके अलावा जब व्यक्ति दीपावली के दिन उल्लू का स्वप्न देखता है तो धन कि प्राप्ति होती है। अगर आप सपने उल्लू को अपनी ओर आते देखते हैं तो समझिए आपको धन प्राप्ति होने वाली है।

सपने में ऊपर की ओर चढ़ना-
अगर आप अपने सपने में अपने आप को ऊपर की ओर चढ़ते देखते है तो, जल्द ही आपकी उन्नति होती है ओर आपको कही से धन प्राप्ति होने वाली है।

सपने में भगवान को देखना-
अगर आप अपने सपने में भगवान को देखते है तो समझिए आपकी उन्नति के द्वार खुल गए है या आपके किस्मत के द्वार खुल गए है। सपने में साधु संत को देखना भी अच्छा माना गया है।

सपने में अर्थी का दिखना-
अगर आपको सपने में या रास्ते में अर्थी दिखी है तो, समझिए की आपको धन की प्राप्ति होने वाली है।

स्त्री ओर पुरुष को गले मिलते देखना -
अगर अपने सपने में स्त्री ओर पुरुष को गले मिलते देखते है तो समझिए की आपको धन की प्राप्ति होने वाली है, लेकिन यही स्वप्न अगर स्त्री देखे तो उसके उसके लिए ये स्वप्न अशुभ माना जाता है।

सपने में फूल का दिखना -
अगर आपको सपने में फूल दिखे तो समझो आपको धन की प्राप्ति होने वाली हैै या फिर आपको कोई बड़ी सफलता प्राप्त होने वाली है।
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अगर घर में सुख शांति और धन का आगम चाहते हैं तो ज्योतिष द्वारा प्रदत्त 7 प्रभावी उपाय करने चाहिए।

सुबह उठकर सबसे पहले घर की मालकिन अगर एक लोटा पानी घर के मुख्य द्वार पर डालती है तो घर में लक्ष्मी देवी के आने का रास्ता खुल जाता है।

अगर आप चाहते हैं कि घर में सुख-शांति बनी रहे तो हर एक अमावस के दिन घर की अच्छी तरह सफाई करके (बेकार सामान घर में न रखें) कच्ची लस्सी का छींटा देकर 5 अगरबत्ती जलाइए।

महीने में 2 बार किसी भी दिन घर में उपला जलाकर लोबान व गूगल की धूनी देने से घर में ऊपरी हवा का बचाव रहता है तथा बीमारी दूर होती है।

घर में कर्ज व बीमारी कभी समाप्त नहीं होती है तो इससे बचने के लिए इस कोने में एक लाल बल्ब जला दें, जो हर वक्त जलता रहे।

घर में पैसा, सोना और बेशकीमती सामग्री रखने वाली अलमारी का मुंह उत्तर की तरफ रखें, ऐसा करने से घर में लक्ष्मी बढ़ती है।

किसी रोज संध्याकाल में गाय का कच्चा दूध मिट्टी के किसी बर्तन में भरकर बाएं हाथ से घर के सबसे छोटे बच्चे के सिर से सात बार उतारकर चौराहे पर रख आएं या किसी कुत्ते को पिला दें।

घर से किसी भी कार्य या यात्रा के लिए निकलते समय पहले विपरीत दिशा में 4 पग जाएं, इसके बाद कार्य या यात्रा पर चले जाएं, यात्रा सफल होगी और कार्य जरूर बनेगा।
Read:ये हवन करने से पैसों की नहीं रहेगी कोई कमी, देखने के लिए NEXT स्लाइड पर क्लिक करें।

अगर किसी जातक की जन्म कुंडली में बैठे ग्रह अनिष्ट प्रभाव दे रहे हों तो विधिपूर्वक हवन करते रहने से जल्दी ही ग्रहों के शुभ प्रभाव मिलने लगते हैं। पीड़ा देने वाले ग्रह से संबंधित वार को ग्यारह या इक्कीस व्रत रखकर हवन करके पूर्णाहुति देने से रोग, शोक, कष्ट और बाधाओं का निवारण होता है।

हवन
में प्रयोग होने वाली सामग्री में बूरा, बतासे, सूखा गोला, सूखे मेवे, मिष्ठान घी आदि मिलाकर अग्नि में आहुति देने से अग्नि एवं सूर्यदेव प्रसन्न होते हैं। हवन पूरा होने के बाद श्रद्धानुसार पात्र व्यक्तियों को धन, अन्न, फल, वस्त्र, जीवनोपयोगी वस्तुएं दान करने से ग्रह शांति होती है।

वहीँ हवन के समय तांबे के पात्र के जल का आचमन करने से हमारी इंद्रियां सक्रिय हो जाती हैं तथा शरीर में सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होने से मन प्रसन्न होता है। वास्तु दोषों से मुक्ति भवन निर्माण के समय रह गए दृश्य और अदृश्य वास्तु दोषों को दूर करने के लिए सबसे आसान तरीका हवन करना ही है।

वास्तु के नियमों के अनुसार भवन में पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश तत्वों का संतुलन वहां रहने वालों को सुखी और संपन्न बनाये रखने में मदद करता है। सुगन्धित धूप, अगरबत्ती, शुद्ध घी का दीपक, हवन सामग्री, कपूर आदि पदार्थ इन पांचों तत्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं। भवन में किसी तरह का कोई वास्तु दोष न रह जाए, इसलिए निर्माण से पूर्व शुभ मुहूर्त में भूमि पूजन और शिलान्यास में मंत्रोपचार के साथ हवन का महत्व है।

भवन का निर्माण पूरा होने के बाद शुभ मुहूर्त में गृह प्रवेश के समय भी वास्तु पूजन के साथ हवन किया जाता है। जिससे कि भवन का आंतरिक और बाहरी वातावरण शुद्ध एवं पवित्र बना रह सके और उसमें रहने वालों को सभी तरह के कष्ट, रोग, दुःख और बाधाओं से मुक्ति मिल सके।

अग्निहोत्र से बाधाओं का निवारण किसी आवासीय या व्यावसायिक भवन में वास्तुदोष के कारण आने वाली बाधाओं के निवारण के लिए प्रतिदिन प्रातः और सायं अग्निहोत्र विधि को अपनाया जाता है।

वेदोक्त प्राण ऊर्जा सिद्धान्त पर आधारित अग्निहोत्र में पिरामिड आकार के तांबे के हवन कुंड या पात्र में गाय के गोबर से बने कंडे को प्रज्वलित करके शुद्ध गाय का घी, अक्षत, कपूर, गूगल, हवन सामग्री से मंत्रों के साथ आहुति दी जाती है। इससे उत्पन्न ऊर्जा के प्रभाव से नकारात्मकता और वास्तु दोष दूर होने लगते हैं तथा घर परिवार में खुशहाली आने लगती है।
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हवन करते समय की सावधानियां हवन की अग्नि को कभी भी पंखे से प्रज्वलित नहीं करना चाहिए बल्कि बांस की बनी फुंकनी द्वारा मुख से फूंककर अग्नि प्रज्वलित की जा सकती है। हवन की अग्नि में अपवित्र सामग्री का प्रयोग निषिद्ध है।

हवन कुंड के नीचे जमीन पर गिरी हवन सामग्री को उठकर हवन की अग्नि में नहीं डालना चाहिए। भूख, प्यास, क्रोध या मंत्रों का पूर्ण ज्ञान न होने पर तथा अग्नि के प्रज्वलित न होने पर हवन नहीं करना चाहिए। हवन की अग्नि के शांत होने के बाद राख आदि को पवित्र नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए।
Read:पाना है धन तो करें इन 9 मंत्रों का जप , देखने के लिए NEXT स्लाइड पर क्लिक करें।

रात-दिन मेहनत करके इतना धन तो अर्जित किया जा सकता है कि अपना और अपने परिवार का अच्छी तरह भरण-पोषण हो जाए परन्तु लाखों-करोडों की दौलत तो केवल भाग्य से ही मिलती है। अनेक अतियोग्य, मेधावी और मेहनती व्यक्ति जीवन भर छोटी-मोटी नौकरी ही करते रहते हैं, छोटा सा मकान बनाने तक का उनका सपना पूरा नहीं हो पाता।

दूसरी तरफ अनेक मूर्ख और अयोग्य व्यक्ति लाखों रूपए प्रतिमाह अर्जित कर रहे हैं और इसका एकमात्र कारण यही है कि धन की देवी लक्ष्मीजी की उन पर भरपूर कृपा है। भगवती लक्ष्मी की कृपा और भरपूर धन प्राप्त करने हेतु अनेक टोने-टोटके, गंडे-तावीज, अंगूठियां और रत्न ही नहीं बडी-बडी तांत्रिक साधनाएं तक प्राचीनकाल से ही संपूर्ण विश्व में प्रचलित रही हैं। हमारे धर्म में दीपावली पूजन के साथ ही कई प्रकार के यन्त्रों, पूजाओं और मंत्रों की साधना प्राचीनकाल से होती रही है, तो इस्लाम में भी इस प्रकार के अनेक नक्श और तावीज हैं। इनमें से पूर्ण प्रभावशाली और साधना में एकदम आसान कुछ टोने-टोटके और यन्त्र-मन्त्र इस प्रकार हैं।

शक्तिशाली टोटके---
दान करने से धन घटता नहीं ,बल्कि जितना देते हैं उसका दस गुना ईश्वर हमें देता है।
आयुर्वेद में वर्णित "त्रिफला" का एक घटक "बहेडा" सहज सुलभ फल है।

इसका पेड बहुत बडा, महुआ के पेड जैसा होता है। रवि-पुष्य के दिन इसकी जड और पत्ते लाकर उनकी पूजा करें, तत्पश्चात् इन्हें लाल वस्त्र में बांधकर भंडार, तिजोरी या बक्स में रख दें। यह टोटका भी बहुत समृद्धिशाली है।

पुष्य-नक्षत्र के दिन शंखपुष्पी की जड घर लाकर, इसे देव-प्रतिमाओं की भांति पूजें और तदनन्तर चांदी की डिब्बी में प्रतिष्ठित करके, उस डिब्बी को धन की पेटी, भण्डार घर अथवा बक्स-तिजोरी में रख दें। यह टोटका लक्ष्मीजी की कृपा कराने में अत्यन्त समर्थ प्रमाणित होता है।

धन प्राप्ति के लिए दस नमस्कार मंत्र--
इनमें से किसी भी एक मंत्र का चयन करके सुबह, दोपहर और रात्रि को सोते समय पांच-पांच बार नियम से उसका स्तवत करें। मातेश्वरी लक्ष्मीजी आप पर परम कृपालु बनी रहेंगी।
ओम धनाय नम:
ओम नारायण नमो नम:
ओम धनाय नमो नम:
ओम नारायण नम:
ओम लक्ष्मी नम:
ओम प्राप्ताय नम:
ओम लक्ष्मी नमो नम:
ओम प्राप्ताय नमो नम:
ओम लक्ष्मी नारायण नम:
ओम लक्ष्मी नारायण नमो नम:

धन प्राप्ति हेतु तावीज
यहां चार आसान यंत्र हैं। इनमें से किसी भी एक को कागज पर स्याही से अथवा भोजपत्र पर अष्टगंध से अंकित करके धूप-दीप से पूजा करें। चांदी के तावीज में यंत्र रखकर मातेश्वरी का ध्यान करते हुए इसे गले में धारण करें और ऊपर दिए गए किसी मंत्र का नियम से स्तवन भी करते रहें।

संसार में सभी व्यक्ति भरपूर धन चाहते हैं और यही कारण है कि मातेश्वरी लक्ष्मी की कृपाएं प्राप्त करने के लिए बडे-बडे अनुष्ठान करते ही रहते हैं। बडे भाग्य से मिलती हैं लक्ष्मीजी की कृपाएं। यही कारण है कि इन सामान्य यंत्रों ओर यंत्रों के पश्चात् आगे परम शक्तिशाली मंत्र, यंत्र और तांत्रिक प्रयोग इस अध्याय में दिए जा रहे हैं।

धनप्राप्ति के नौ सुगम मंत्र
1. ओं लक्ष्मी वं, श्री कमला धरं स्वाहा। इस मंत्र की सिद्धि एक लाख बीस हजार मंत्र जप से होती है। इसका शुभारम्भ वैशास मास में स्वाति नक्षत्र में करें तो उत्तम रहेगा। जप के बाद हवन भी करें।

2. ओं सचि्चदा एकी ब्र ह्नीं सचि्चदीक्रीं ब्र। इस मंत्र के एक लाख जप से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।

3. ओं ह्रीं ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं श्रीं क्रीं क्री क्रीं स्थिरां स्थिरां ओं। इसकी सिद्धि 110 मंत्र नित्य जपन से 41 दिनों में संपन्न होती है। माला मोती की और आसन काले मृग का होना चाहिए। साधना कांचनी वृक्ष के नीचे करनी चाहिए।

4. ओम नमो ह्नीं श्रीं क्रीं श्रीं क्लीं क्लीं श्रीं लक्ष्मी ममगृहे धनं चिंता दूरं करोति स्वाहा। प्रात: स्नानादि से निवृत्त होकर एक माला (108 मंत्र) का नित्य जप करें तो लक्ष्मी की सिद्धि होती है।

5. ओम नमो पद्मावती पद्यनतने लक्ष्मीदायिनी वांछ भूत प्रेत विन्ध्यवासिनी सर्व शत्रुसंहारिणीदुर्जन मोहिनी ऋद्धि सिद्धि वृद्धि कुरू-कुरू स्वाहा। ओम नम: क्लीं श्रीं पद्मावत्यै नम:।
इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए साधना के समय लाल वस्त्रों को प्रयोग करना चाहिए और पूजा में प्रयुक्त होने वाली सभी पूजन-सामग्री को रक्त वर्ण का बनाना होता है। इसकी साधना अर्द्धरात्रि के समय करनी पडती है। इसका शुभारम्भ शनिवार या रविवार से उपयुक्त रहता है। 108 बार नित्यप्रति जप करें। छारछबीला, गोरोचन, कपूर, गुग्गुल और कचरी को मिलाकर मटर के बराबर छोटी-छोटी गोलियां बना लें। जप के बाद नित्यप्रति इन गोलियों से 108 आहुतियां देकर हवन करना चाहिए। इस साधना को 22 दिन तक निरन्तर करना चाहिए। तभी लक्ष्मीजी की कृपा प्राप्त होती है।

6. ओम नमो पद्मावती पद्मनेत्र बज्र बज्रांकुश प्रत्यक्ष भवति।
इस मंत्र की सिद्धि के लिए लगातार 21 दिन तक साधना करनी होती है। इस साधना को आधी रात के समय करना आवश्यक है। साधना के समय मिट्टी का दीपक बनाकर जलाएं। जप के लिए मिट्टी के मनकों की माला बनाएं और नित्यप्रति एक माला अर्थात् 108 मंत्र का श्रद्धापूर्वक जप किया जाए तो लक्ष्मी देवी प्रसन्न होकर आशीर्वाद देती है।

7. ओम नम: भगवते पद्मद्मात्य ओम पूर्वाय दक्षिणाय पश्चिमाय उत्तराय अन्नपूर्ण स्थ सर्व जन वश्यं करोति स्वाहा।
प्रात: काल स्नानादि सभी कार्यो से निवृत्त होकर 108 मंत्र का जप करें और अपनी दुकान अथवा कारखाने में चारों कोनों में 10-10 बार मंत्र का उच्चारण करने हुए फंूक मारें। इससे व्यापार की परिस्थितियां अनुकूल हो जाएंगी और हानि के स्थान पर लाभ की दृष्टि होने लगेगी।

8. ओम नम: काली कंकाली महाकाली मुख सुन्दर जिये व्याली चार बीर भैरों चौरासी बात तो पूजूं मानए मिठाई अब बोली कामी की दुहाई।
इस मंत्र को सिद्ध करने के बाद प्रात: काल स्नान, पूजन, अर्जन आदि से निवृत्त होकर पूर्व की ओर मुख करके बैठें और सुविधा अनुसार 7, 14, 21, 28, 35, 42 अथवा 49 मंत्रों का जप करें। इस प्रक्रिया से थोडे दिनों नौकरी अथवा व्यापार के शुभारम्भ की व्यवस्था हो जाएगी।

9. ओम नम: भगवती पद्मावती सर्वजन मोहिनी सर्वकार्य वरदायिनी मम विकट संकटहारिणीय मम मनोरथ पूरणी मम शोक विनाशिनी नम: पद्मावत्यै नम:।
इस मंत्र की सिद्धि करने के बाद मंत्र का प्रयोग किया जाए तो नौकरी अथवा व्यापार की व्यवस्था हो जाएगी। उसमें आने वाले विघ दूर हो जाएंगे। धूप-दीप आदि से पूजन करके प्रात: दोपहर और सायंकाल तीनों संख्याओं मे एक-एक माला का मंत्र जप करें।
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कलियुग में रामभक्त हनुमानजी को प्रत्यक्ष जीवित एवं अमर रहने का वरदान प्राप्त है। इसीलिए वे भक्तों की प्रार्थना सुनकर स्वयं उनकी समस्याओं को दूर कर उनकी रक्षा करते है। जो भक्त सही विधि से बजरंग बली को मनाने का उपाय करता है वह बहुत कम समय में ही मालामाल हो जाता है। यदि आप भी हनुमानजी के भक्त हैं और पैसों की समस्याओं से मुक्ति पाना चाहते हैं तो यहां चमत्कारी उपाय बताए जा रहे है। बजरंग बली के पूजन में साफ-सफाई और पवित्रता का खास ध्यान रखना अनिवार्य है। जब भी पूजा करें तब हमें मन से और तन से पवित्र होना चाहिए। हनुमानजी के लिए मंगलवार और शनिवार बहुत खास दिन हैं। इन दो दिनों में की गई हनुमान पूजा विशेष फल देने वाली होती है।
बजरंग बली को प्रसन्न करने के लिए यहां कुछ चमत्कारी उपाय बताए जा रहे हैं, जो कि मंगलवार और शनिवार को किए जाने चाहिए।

1. अगर आपको कड़ी मेहनत के बाद भी किसी महत्वपूर्ण कार्य में सफलता नहीं मिल पा रही है तो किसी हनुमान मंदिर जाएं और नींबू का ये उपाय करें।
उपाय के अनुसार अपने साथ एक नींबू और 4 लौंग लेकर जाएं। इसके बाद मंदिर में हनुमानजी के सामने नींबू के ऊपर चारों लौंग लगा दें। फिर हनुमान चालीसा का पाठ करें या हनुमानजी के मंत्रों का जप करें।
मंत्र जप के बाद हनुमानजी से सफलता दिलवाने की प्रार्थना करें और वह नींबू अपने साथ रखकर कार्य करें। मेहनत के साथ ही कार्य में सफलता मिलने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी।

2. सुबह-सुबह पीपल के कुछ पत्ते तोड़ लें और उन पत्तों चंदन या कुमकुम से श्रीराम नाम लिखें। इसके बाद इन पत्तों की एक माला बनाएं और हनुमानजी को अर्पित करें।

3. किसी पीपल पेड़ को जल चढ़ाएं और सात परिक्रमा करें। इसके बाद पीपल के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।

4. यदि आपके कार्यों में बार-बार बाधाएं आ रही हैं या धन प्राप्त करने में देरी हो रही है या किसी की बुरी नजर बार-बार लगती है तो नारियल का यह उपाय करें।
उपाय के अनुसार किसी सिद्ध हनुमान मंदिर में जाएं और अपने साथ एक नारियल लेकर जाएं। मंदिर में हनुमानजी की प्रतिमा के सामने नारियल को अपने सिर पर सात बार वार लें। इसके साथ हनुमान चालीसा का जप करते रहें। सिर पर वारने के बाद नारियल हनुमानजी के सामने फोड़ दें। इस उपाय से आपकी सभी बाधाएं दूर हो जाएंगी।

5. यदि आप मालामाल होना चाहते हैं तो रात के समय दीपक का यह उपाय करें। रात में किसी हनुमान मंदिर जाएं और वहां प्रतिमा के सामने में चौमुखा दीपक लगाएं। चौमुखा दीपक यानी दीपक चार ओर से जलाना है। इसके साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा प्रतिदिन करेंगे तो बहुत ही जल्द बड़ी-बड़ी परेशानियां भी आसानी से दूर हो जाएंगी।

6. यदि आपके कार्यों में परेशानियां अधिक आ रही हैं और बनते हुए काम भी बिगड़ जाते हैं तो शनिवार को यह उपाय करें।
उपाय के अनुसार आप सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठें। स्नान आदि नित्यकर्मों से निवृत्त हो जाएं। इसके बाद घर से एक नींबू अपने साथ लें और किसी चौराहे पर जाएं।
अब वहां नींबू के दो बराबर टुकड़ें करें। एक टुकड़े को अपने से आगे की ओर फेंकें और दूसरे टुकड़े को पीछे की ओर। इस समय आपका मुख दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए।
नींबू के टुकड़े फेंकने के बाद आप अपने काम पर जा सकते हैं या पुन: घर लौटकर आ सकते हैं।

7. हनुमानजी को सिंदूर और तेल अर्पित करें। जिस प्रकार विवाहित स्त्रियां अपने पति या स्वामी की लंबी उम्र के लिए मांग में सिंदूर लगाती हैं, ठीक उसी प्रकार हनुमानजी भी अपने स्वामी श्रीराम के लिए पूरे शरीर पर सिंदूर लगाते हैं। जो भी व्यक्ति हनुमानजी को सिंदूर अर्पित करता है उसकी सभी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं।

8. हनुमानजी के मंदिर में 1 नारियल पर स्वस्तिक बनाएं और हनुमानजी को अर्पित करें। हनुमान चालीसा का पाठ करें।

9. अपनी श्रद्धा के अनुसार किसी हनुमान मंदिर में बजरंग बली की प्रतिमा पर चोला चढ़वाएं। ऐसा करने पर आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी।


यदि घर के गैराज या घर के अंदर कबाड़ या टूटे हुए बर्तन हों तो तुरंत उन्हें बाहर कर दें। अक्सर देखा जाता है कि घरों में आलमारी, टूटा पलंग व अन्य लकड़ी के सामान घर में ही पड़े रहते हैं। इससे घन की कमी व आर्थिक नुकसान होता है और अत्याधिक खर्च भी बढ़ता है।
इन मंत्रों का करें जाप, पढ़ाई में मिलेगी शर्तिया सफलता

घर में नलों से पानी टपकना या नलकों को टाईट से बंद न करना जिस वजह से पानी टपकता रहता है। ये चीज भी वास्तुदोष पैदा करती है। जिससे गंभीन नुकसान होता है। नल से पानी टपकना यानि धीरे-धीरे पैसों का खर्च होना। इसलिए नलों को टाइट करके रखें।
समझें अशुभ इशारें और ये करें उपचार

फेंगशुई का शाब्दिक अर्थ होता है हवा एवं पानी। फेंगशुई के अनुसार सोने के सिक्कों से भरा समुद्री जहाज़ अगर आप घर में रखते हैं तो आपके व्यवसाय में दोगुनी-चौगुनी बढोतरी को कोई भी नहीं रोक सकता है।
फेंगशुई में वेल्थशिप काफी लोकप्रिय है घर या प्रतिष्ठानों में उपयोग में लाते हैं। यह एक जहाज होता है, जो सोने के सिक्कों या चीजों से लदा होता है और संपन्नता का संदेश देता है पर इस जहाज का मुंह कभी भी दरवाजे की ओर नहीं होना चाहिए। वरना आपका धन घटने की आशंका हो सकती है।
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ध्‍यान रहे कि भूलकर भी ऑफिस के मुख्य द्वार के ठीक सामने न रखें, वरना सारी संपत्ति दरवाज़े से होकर बाहर जा सकती है।
गिफ्ट में ना दे ये 10 चीजें, शनिदेव हो जाएंगे नाराज!

समुद्री जहाज किसी व्यक्ति के कार्य में महान उपलब्धि और सफलता का प्रतीक है। इसे घर या आफिस में रख सकते हैं या इसका चित्र भी टांग सकते हैं।
पार्टनर को करना है वश में, तो अपनाएं ये टोटके

यह भी ध्‍यान रखें कि डूबती नाव अगर घर में रखी हो तो अपने साथ आपका सौभाग्य भी डुबा ले जाती है। घर में रखी डूबती नाव की तस्वीर या कोई शोपीस सीधा आपके घर के रिश्तों पर आघात करता है। रिश्तों में डूबते मूल्यों का प्रतीक है यह चिह्न। इसे अपने घरौंदे से दूर रखें।
चीनी वाली रोटी के तीन उपाय, बदल जाएगी आपकी तकदीर