मुंबई। हिन्दी फिल्म उद्योग में शूटिंग के वक्त काम में लिए जाने वाले रुपयों को बाजार में चलाया जा रहा था। गोवंडी पुलिस को मिली सूचना के आधार पर तहकीकात के बाद इस सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनसे 15 ऐसे 2000 रुपये के नकली फिल्मी नोट बरामद किए गए हैं। यह गिरोह सुबह के समय फल और सब्जी बेचने वालों को अपना निशाना बनाते थे।
एनडीवी के अनुसार आजाद बैंक ऑफ इंडिया लिखित ये गुलाबी नोट फिल्मों में शूटिंग के लिए इस्तेमाल होते हैं। पुलिस अब इन्हें नोट देने वाले उस फिल्मी शख्स की तलाश कर रही है। बरामद फिल्मी नोट 2000 के नोट की तरह दिखता है, लेकिन ध्यान से देखेंगे तो उस पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की जगह आजाद बैंक ऑफ इंडिया लिखा है। जल्दबाजी में इस अंतर को पकड पाना आसान नहीं है, जिसका फायदा यह गिरोह उठा रहा था।
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पुलिस के मुताबिक, कुछ दिन पहले मुंबई के चेंबूर इलाके में नासिक से
सुबह-सुबह ताजी सब्जी और फल बेचने आए एक छोटे दुकानदार के पास से जीतू जाधव
नाम के शख्स ने दो किलो अंगूर खरीदे और 2000 रुपये पकडाकर छुट्टे पैसे
लेकर चला गया। बाद में हिसाब के समय दुकानदार को पता चला की यह नकली नोट
है। दूसरे दिन आरोपी जीतू जाधव ने अपने भाई को फिर से उसी दुकानदार के पास
भेजा। इस बार उसे शक हुआ और उसने खरीददारी करने आए शख्स को पकडकर पुलिस के
हवाले कर दिया। दोनों भाइयों से पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें नकली नोट
देने वाले वासुदेव आचरेकर को भी गिरफ्तार कर लिया। आचरेकर के पास से 15
फिल्मी नोटों के साथ एक लाख के करीब असली नोट भी बरामद हुए हैं।
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