आज के दौर में हर बच्चा आगे आना चाहता है, जीतना चाहता है लेकिन कर्इ बार
मन को एकाग्र नहीं कर पाता और पिछड जाता है। ऐसे में कुछ खास उपाय और
मंत्रों के जाप से न केवल सब कुछ याद रहने की संभावना बढ जाएगी बल्कि मां
सरस्वती की कृपा भी पूरी तरह बनी रहेगी।
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[@ जिंदा है रावण की बहन सूर्पणखा, कर रही हैं कई चमत्कार ]
दिनचर्या में
अपने परिश्रम को सर्वोपरि मानते हुए एकाग्रचित्त होकर मां शक्ति (शिवा,
दुर्गा) की आराधना व ध्यान करने से विद्या व लक्ष्मी प्राप्ति के योग प्रबल
बनते हैं। रविवार, सोमवार या शुक्रवार से इन श्लोकों का 51 या 101 बार पठन
करें-
जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।।
विद्यावन्तं यशस्वन्तं लक्ष्मीवन्तं जनं कुरू।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि।।
[@ राशि से जानें, कितना वफादार है आपका पार्टनर]
इन श्लोकों को प्रात: कालीन कार्यो से निवृत होकर मां शक्ति की आराधना करते
हुए उच्चारण करें। विद्या प्राप्ति, लक्ष्मी प्राप्ति, यश, रूप व विजय
प्राप्ति के लिए इन श्लोंकों का जाप काफी हितकारी है। आराधक लाल व पीले
वस्त्र धारण कर आराधना व ध्यान कर सकते हैं।
घर में शांति व शारीरिक व्याधि निवारण के लिए इस मंत्र का जाप करें-
ओम ऐं सीं क्लीं चामुंडायै विच्चै।
इस मंत्र का 101 बार जाप करें। सात्विक भोजन करें, विद्यार्थी एवं प्रतियोगी इन मंत्रों का जाप कर अपनी पढ़ाई आरम्भ कर सकते हैं।
[@ बच्चों को नजर से बचाने के लिए करें ये उपाय]
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