नूंह। बुधवार
को नूंह जिले के नगीना को मूक बधिर बच्चों का सबसे स्मार्ट स्कूल मिल गया।
प्रदेश के सात स्कूलों में, नगीना का स्कूल आठवां नगीना होगा। हरियाणा
वाणी एवं श्रवण निःशक्तजन कल्याण समिति तथा जिला प्रशासन के सहयोग से मूक
-बधिर बच्चों के सपनों को भी अब पंख लग सकेंगे। आवासीय स्कूल में उदघाटन के
दिन ही करीब 53 मूक -बधिर बच्चों का रजिस्ट्रेशन हो गया।
प्रदेश के सबसे
हाईटेक नगीना स्कूल में बेटी बचाओ -बेटी पढ़ाओ ,स्वच्छता अभियान ,डिजीटल
इंडिया सहित चार केंद्र सरकार की योजनाओं की भी झलक को अपने अंदर समेटे हुए
है। राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने स्कूल का उदघाटन करने के बाद इलाके के
लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि नूंह जिले में मूक बधिर बच्चों के लिए यह
स्कूल मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस स्कूल की स्थापना में
जिला उपायुक्त मनीराम शर्मा का बड़ा योगदान है क्योकि वह स्वंय दिव्यांग
है। सोलंकी ने कहा कि जिस उत्साह के साथ लोगों ने मुझे प्यार दिया है। उसे
कभी भूलाया नहीं जाएगा।
उन्होंने उपायुक्त मनीराम शर्मा की मांग पर 5 साल
तक के बच्चों का सरकारी खर्च होने वाले आप्रेशन की सीमा बढ़ा कर ताउम्र करने
का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि वाणी एवम श्रवण निशक्त बच्चे समाज के
अभिन्न अंग हैं । इनको सरकार की ओर से अवसर प्रदान करने से वंचित नहीं
किया जा सकता। हरियाणा सरकार दिव्यांग बच्चों के कल्याण के लिए हर संभव कदम
उठा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने
वाले दिव्यांग बच्चों को 500 रूपये तथा शिक्षा से वंचित बच्चों के लिए 700
रूपये प्रतिमाह वजीफा दिया जा रहा है। इसके अलावा खेलों में भाग लेने वाले
दिव्यांगों को विशेष प्रोत्साहित राशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले
दिनों अंतराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतने वाली दीपा मलिक दिव्यांग है। सरकार
की ओर से उन्हें 4 करोड़ रूपये की राशि का नकद पुरुस्कार दिया गया है।
इसके अलावा दिव्यांग खिलाड़ियों को भीम अवार्ड शुरू किया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि स्वागत समारोह में दिव्यांग बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत
सरस्वती वंदना,सांस्कृतिक कार्यक्रम को देख कर कोई कह सकता है। कि इन
बालिकाओं में प्रतिभा की कमी है। सिर्फ समाज को इनके प्रति सोच बदलने की
आवश्यकता है। महामहिम गवर्नर हरियाणा ने कहा कि उनके हेलीकॉप्टर को गणतंत्र
दिवस की रिहर्सल की वजह से समय पर उड़ान भरने की अनुमति नहीं मिली ,जिसकी
वजह से वो करीब एक घण्टा देरी से पहुंचे।
फिरोजपुर झिरका विधायक नसीम अहमद ने अपने हल्के में राज्यपाल को आने के
लिए मेवात की जनता की ओर से धन्यवाद किया,उन्होंने कहा कि महामहिम ने अच्छे
कार्य की शुरूवात की है। हमें उम्मीद है। कि राज्यपाल हरियाणा आगे भी
मेवात के विकास कार्याै में सहयोग करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिले मे
विश्वविद्यालय ,रेल जैसी सुविधाओं की आवश्यकता है । इनकों पूरा कराने में
राज्यपाल महोदय हमारी सहायता करें। जिला
उपायुक्त मनीराम शर्मा ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा कि आज का दिन
बड़ा ही खुशी का है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के राज्यपाल ने नगीना में शुरू
किए गए दिव्यांग स्कूल के लिए हर प्रकार का सहयोग दिया। उपायुक्त मनीराम
शर्मा ने कहा कि दिव्यांग या विकलांग कसूरवार नहीं है। सिस्टम कसूरवार है।
अगर उसको सुविधाएं मिले ,तो वे भी किसी से कम नहीं है। मेरे दिल की तमन्ना
है कि मूक -बधिर बच्चों के आपरेशन की जो आयु पांच वर्ष सरकार ने निर्धारित
की है। उसे कम से कम समाप्त किया जाना चाहिए। इसके लिए उम्र की सीमा कतई
ठीक नहीं है। अगला प्रयास मरोड़ा गांव की 7 एकड़ भूमि में दिव्यांगों के लिए
खासकर नेत्रहीनों के लिए स्कूल खोलना है।
हरियाणा वाणी एवम श्रवण नि:शक्तजन कल्याण समिति की चेयरपर्सन डा0 अनीता
शर्मा ने राज्पाल का स्वागत करते हुए कहा कि मेवात के बच्चों को स्कूल की
कमी के कारण दूर जाना पड़ता था,मेरा सपना था कि मेवात के बच्चों को
स्वावलंबी बनाने के लिए इस क्षैत्र में ही स्मार्ट स्कूल शुरू किया जाए,वह
सपना राज्यपाल के उदघाटन के बाद पूरा हो गया है। इसमें जो भी कमी होगी उसको
हर हालत में दूर किया जाएगा।
कार्यक्रम के अंत में समिति की ओर से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह व शॉल
भेंट कर सम्मानित किया गया। इतना ही नहीं महामहिम राज्यपाल कप्तान सिंह
सोलंकी ने स्कूल में पौधरोपण भी किया। इस
मौके पर एडीसी नरेश कुमार नरवाल, एसपी कुलदीप यादव, वरिष्ठ प्रशासनिक
अधिकारी मीनाक्षीराज, गौसेवा आयोग के चेयरमैन भानीराम मंगला, भाजपा
जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप आर्य, फिरोजपुर झिरका से विधायक नसीम अहमद,
आलम उर्फ मुंडल, कुंवर संजय सिंह, जाहिद हुसैन बाई, निगरानी समिति के
चेयरमैन धर्मेन्द्र सोनी, नरेन्द्र पटेल, इकबाल जेलदार, संजय सिंगला डॉ
महेन्दर गर्ग ,दिनेश वंशल उर्फ़ छोटू सहित अन्य लोग मौजूद रहे।