अयोध्या। चुनाव आयोग ने बुधवार को उत्तर प्रदेश में चुनाव की तिथियां
घोषित कर दी हैं। जिसके तहत पांचवे चरण में 27 फरवरी को अयोध्या में चुनाव होने हैं।
अगले महीने होने वाले इन चुनावों को लेकर अयोध्या में राजनीति का पारा काफी ऊपर चढ़
गया है। पिछले विधानसभा चुनाव में अखिलेश के
करीबी रहे तेज नारायण उर्फ पवन पाण्डेय को अयोध्या विधानसभा से टिकट मिला था और उन्होने
सपा की लहर में भाजपा के गढ़ में अपना परचम लहराया था व सर्वाधिक मतों से जीत दर्ज की
थी।
पवन पाण्डेय सपा जिलाध्यक्ष जयशंकर पाण्डेय के भांजे हैं, पर मामा जयशंकर पाण्डेय
पिछले विधानसभा के चुनाव में भी टिकट को लेकर जोर आजमाईश कर रहें थे, पर युवा शक्ति
के आगे उनकी एक न चली और उनके ही सगे भांजे पवन पाण्डेय को अयोध्या विधानसभा का ताज
मिला। सीएम अखिलेश का करीबी होने के चलते पाण्डेय को मनोरंजन कर राज्यमंत्री भी बनाया
गया लेकिन कुछ विवादों के कारण उन्हे पुनः वन राज्यमंत्री बना दिया गया।
इस दौरान मामा-भांजे
की आन्तरिक कलह अन्दर ही अन्दर जारी रही। सपा में चल रही आंतरिक कलह का असर यहां भी
देखने को मिला और मुलायम सिंह यादव का करीबी होने का फायदा उठाकर मामा जयशंकर ने अपने
पुत्र दीपू पाण्डेय को अयोध्या से टिकट दे दी।
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अब मुकाबला पवन पाण्डेय व दीपू पाण्डेय दोनों ममेरे भाइयों के बीच आ गया है। दोनों ही पक्ष विधानसभा प्रत्याशी के रूप में अपना अपना ताल ठोक रहें है।
जिससे अयोध्या विधानसभा क्षेत्र में सपा के उम्मीदवार की स्थिती स्पष्ट नहीं हो पा रही है।
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