Punjab election- सिदू के साथ कई भाजपा नेता भी बगावत को तैयार

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 04 जनवरी 2017, 11:02 AM (IST)

नरेंद्र शर्मा
अमृतसर।
क्रिकेट से राजनीति में आए नवजोत सिंह सिद्धू ने भले ही अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं परन्तु उन्हें लेकर भाजपा नेताओं के बगावती सुर ऊंचे होने शुरू हो गए हैं। पिछले दिनों अमृतसर भाजपा के आधा दर्जन वार्ड प्रधानों ने एक बैठक कर सिद्धू को समर्थन देने की घोषणा की है। इन नेताओं का कहना है की वह सभी सिद्धू के साथ जाने के लिए तैयार हैं और उनके इशारे की इंतजार कर रहें हैं। ऐसे संकेत मिल रहे हैं की जिस दिन भी सिद्धू विधिवत तौर पर कांग्रेस में शामिल होंगे उसी दिन अमृतसर भाजपा में धमाका होगा। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व पार्षद नरेश काका का कहना है की भाजपा अब ईमानदार लोगों की पार्टी नहीं रही है।

इसमें भी ऐसे नेता घुस गए हैं जो डाकुओं की भूमिका निभा रहे हैं। नरेश काका के साथ शामिल अन्य वार्ड प्रधानों का कहना था की सिद्धू निहायत ही ईमानदार और कर्मठ नेता हैं। भाजपा के कुछ भ्रष्ट नेताओं ने उप मुख्यमंत्री के साथ मिलकर साजिश करके उन्हें भाजपा से निकलवाया है। दरअसल सुखबीर सिद्धू से घबराने लगे थे। उन्हें यह भय सताने लगा था की सिद्धू कहीं उनका भविष्य खत्म न कर दें। इस बात की तो भाजपा गलियारों में आम चर्चा है की सिद्धू को एक साजिश के तहत भाजपा से दूर किया गया है। इसमें अकाली दल के साथ-साथ कुछ बड़े भाजपा नेताओं का भी हाथ है। दरअसल सिद्धू जिस तेजी के साथ भाजपा को साथ लेकर आगे बढ़ रहे थे उससे अकाली दल को अपना अस्तित्व खतरे में दिखाई देने लगा था। उन्ही दिनों आरएसएस ने भी राज्य में अपनी गतिविधियां बढ़ा दी थी। कई भाजपा नेता भी एकल चलो की बातें करने लगे थे। जिसके कारण बड़े बादल को सुखबीर का भविष्य खतरे में नजर आने लगा था।

बड़े बादल जानते थे की यदि सिद्धू को न रोक गया तो भाजपा उनसे उनका राजनीतिक आधार छीन सकती है। यही कारण था की बादल ने कुछ बड़े भाजपा नेताओं के साथ मिलकर सिद्धू को हाशिये पर धकेल दिया था। अब जबकि यह सभी बातें बाहर आने लगी हैं और बादल परिवार के किसी सदस्य के यहां से चुनाव लडऩे की सम्भावनाएं बढ़ती जा रही है। ऐसे में भाजपा के आम कार्यकर्ता की समझ में यह बातें आने लगी हैं तो वह बैचेन है। भाजपा के कार्यकर्ता तो क्या विपक्ष भी सिद्धू की ईमानदारी पर शक नहीं करता है।

यही कारण है की भाजपा कार्यकर्ता अब सिद्धू के समर्थन में बगावत पर उतर आये हैं। भाजपा सूत्रों का कहना है की भाजपा के जितने नेता सार्वजानिक तौर पर बगावत के लिए उतारू हैं उससे कहीं ज्यादा सिद्धू के समर्थन में गुप्त बैठकें कर रहें है। अत: यह निश्चित है की सिद्धू के कांग्रेस में शामिल होते ही अमृतसर भाजपा में बगावत का रूप देखने को मिलेगा।



[@ Exclusive: आखिर क्या कहता है सपा का संविधान ]