खनन पर बैन हटने से लोगों को मिलेगी राहत

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 30 नवम्बर 2016, 1:40 PM (IST)

यमुनानगर। अवैध माइनिंग को लेकर एनजीटी ने बैन लगा दिया था। जिसके चलते शहर के कई विकास कार्यों में तो बाधा आई ही थी साथ ही लोगो के घरो के निर्माण कार्या भी रूक गए थे और ऐसे में तीन माह की अनुमति से माइनिग से प्रतिबंध हटा था लेकिन अवैध माइनिग के चलते फिर से माइनिंग पर रोक लगा दी। लेकिन अब इस मामले में हाईकोर्ट ने दखल देते हुए इससे कुछ घाटों पर से प्रतिबंध हटा लिया लेकिन आज इसी मामले में एनजीटी की सुनवाई होना बाकी है जबकि माइनिंग खुलने से लोगों को जरूर राहत की सांस मिली है। यमुनानगर के पहाडी इलाके के साथ लगते क्षेत्रों में माइनिंग पर पूर्ण रूप से बैन लगा हुआ था और ऐसे में लोगो के घरों के निर्माण कार्या भी बीच में ही रूक गए थे। जुलाई माह में माइनिंग पर से बैन को हटाया गया था। लेकिन उसके बाद अवैध माइनिग के चलते एनजीटी की टीम ने माइनिंग जोन का दौरा किया था और देखा था कि यमुना नदी में अवैध माइनिग का बोलबाला था जिस पर संज्ञान लेते हुए एनजीटी ने माइनिग पर 21 सितंबर को बैन लगा दिया था जिसके बाद जोन के सभी स्टोन क्रेशर चलने बंद हो गए थे ऐसे में माइनिग हुई तो जरूर लेकिन वह चोरी छिपे पर स्टोन क्रेशरों पर बिलकुल माइनिग नहीं होने दी। ऐसे में माइनिंग विभाग भी इस मामले में सख्त रहा जिसके चलते जिले के साथ साथ दूसरे जिलों में भी विकास कार्याे में बाधा आ गई थी इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका डाली गई थी और उस पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए उन घाटों पर माइनिग को चालू करने की बात कह दी।


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