विराट कोहली ने इनकी पारी को बताया अद्भुत

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 30 नवम्बर 2016, 11:25 AM (IST)

मोहाली। भारत ने जोरदार खेल दिखाते हुए यहां तीसरे टेस्ट के चौथे दिन ही इंग्लैंड को 8 विकेट से करारी शिकस्त दे पांच मैच की सीरीज में 2-0 से बढ़त बना ली। आठ साल बाद भारतीय टीम में लौटे बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने पहली पारी में 42 और दूसरी पारी में शानदार नाबाद 67 रन बनाए। भारतीय टीम इस समय नियमित ओपनर्स लोकेश राहुल, मुरली विजय, शिखर धवन व गौतम गंभीर की चोट और खराब फॉर्म से परेशान है।

ऐसे में पार्थिव के रूप में भारत को सलामी बल्लेबाज का विकल्प मिला है। मैच के बाद कप्तान विराट कोहली ने कहा कि मुझे लगता है कि पार्थिव ने एक बल्लेबाज के रूप में इस मैच में अच्छी बल्लेबाजी की। आपको यह पता होना चाहिए कि क्रिकेट में सब कुछ संभव है। उन्होंने दोनों पारियों में जिस तरह से बल्लेबाजी की, उसे देखना अद्भुत था।


विराट कोहली को बाहर होने से बचाया था इन दोनों ने

इस मैच में उनका प्रथम श्रेणी का अनुभव देखने को मिला। वे एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने कम उम्र में देश के लिए खेलना शुरू कर दिया था। आठ साल बाद टीम में वापसी करने पर उन्होंने अपने अंदर कुछ करने की आग दिखाई है। उन्होंने अपनी तेज तर्रार बल्लेबाजी से विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव डाला। उन्होंने जिस तरह तेज गेंदबाजों पर प्रहार किए वो काबिले तारीफ था। अगले कुछ दिनों में क्या होगा कोई नहीं जानता। हम परिस्थितियों के मुताबिक ही फैसला लेंगे।

जडेजा अपने प्रदर्शन से संतुष्ट, खासकर...



इस फैसले से पूरी तरह से असहमत है यह क्रिकेटर

मोहाली टेस्ट में मैन ऑफ द मैच बने भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने अपने प्रदर्शन पर खुशी जताई है। जडेजा ने कहा कि निश्चित रूप से मैं अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हूं। खासकर अपनी बल्लेबाजी से। मुझे पता था कि गेंद घूम नहीं रही है। इसलिए मैंने विकेट पर समय बिताया। मैं जानता था कि यदि मैं 40-50 गेंद खेल लेता हूं तो बड़ी पारी खेल सकता हूं और बाद में आसानी से रन बना सकता हूं। जडेजा ने पहली पारी में निचले क्रम में आकर उस समय 90 रन की बेहद उपयोगी पारी खेली जब टीम को उसकी सख्त जरूरत थी। उन्होंने पहली पारी में दो विकेट भी झटके। इसके अलावा दूसरी पारी में दो विकेट लिए।


टॉप 10 में दो बार इसलिए आया विराट कोहली का नाम

जडेजा ने कहा कि मैं ऑफ स्पिनर के खिलाफ जोखिम नहीं उठाना चाहता था, इसलिए मैंने लेग स्पिनर के खिलाफ जोखिम उठाया। दुर्भाग्यवश गेंद बल्ले पर धीमी गति से आ रही थी लेकिन मैंने सावधानीपूर्वक खेला और 90 रन बनाए। गेंद ज्यादा घूम नहीं रही थी। मैंने और कोहली ने यह तय किया कि मुझे लगातार पांच मेडन ओवर निकालना चाहिए और इसी का नतीजा रहा कि पहली पारी में स्टोक्स और दूसरी पारी में रूट का विकेट लेने में सफल रहा।

‘टॉस जीतना ही काफी नहीं, बड़ा स्कोर जरूरी’




आपके फेवरेट क्रिकेटर और उनकी लग्जरी कारें....

मोहाली में हार के बाद इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक ने कहा कि टॉस जीतना ही काफी नहीं है स्कोरबोर्ड पर बड़ा स्कोर टांगने की भी जरूरत है। कुक ने कहा कि टॉस जीतना अच्छा था लेकिन यदि आप 283 पर आउट हो जाते हैं तो आप मैच जीत नहीं सकते। आपको इस पिच पर कम से कम 400 रन बनाने चाहिए। हम जानते हैं कि हमने पिछली बार उन्हें 300 के अंदर आउट कर हराया था। भारत को पूरा श्रेय जाता है कि उसने हमें खेल के हर विभाग में पछाड़ा।
जहीर के नाम पर इसलिए नहीं लगी मुहर