पानी चोरी रोकने वालों पर हमले के विरोध में उपखण्ड कार्यालय पर प्रदर्शन

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 29 नवम्बर 2016, 5:55 PM (IST)

हनुमानगढ़। नोहर क्षेत्र की अमरसिंह ब्रांच में सिंचाई पानी चोरी निरंतर जारी है। विभागीय बैठक में हुये निर्णय के अनुसार जल प्रबंध अध्यक्षों व किसानों द्वारा पानी चोरी निगरानी करने पर पानी चोरी करने वाले किसानों द्वारा उन पर हमला किये जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिस कारण किसानों में भारी रोष है। मंगलवार को सैकड़ों किसान घटना के विरोध में यहां उपखंड कार्यालय के समक्ष एकत्रित हुये एवं मामले में कार्यवाही की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। किसानों ने इस मौके पर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर चेतावनी दी कि पानी चोरी करने वालों व दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही नहीं की गई तो 5 दिसम्बर से एसडीएम कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा। किसानों ने बताया कि लम्बे समय से अमरसिंह ब्रांच में पानी चोरी बदस्तूर जारी है। किसानों ने बताया कि भादरा क्षेत्र में सिंचाई पानी चोरी की घटनाएं निरंतर जारी है।
बीती रात्रि को सरदारपुरा माइनर पर किसान व अध्यक्ष जब पानी चोरी निगरानी करने गये तो मौके पर सरदारपुरा माइनर पर 7-8 ट्रैक्टरों पर पंप लगाकर सिंचाई पानी चोरी कर माइनर में डाला जा रहा था। जल उपभोक्ता संगम 10 बीबीके के अध्यक्ष जुगलाल खाती ने बताया कि पानी चोरी का मना करने पर पानी चोरी करने वाले किसानों ने उनके साथ गाली-गलौच व पत्थरबाजी की। जिस कारण उनकी गाडिय़ों के भी पत्थर लगे। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व इसकी सूचना विभाग के अधिशाषी अभियंता को दी गई। अधिशाषी अभियंता भादरा पहुंचे। उन्होंने व अध्यक्षों ने भिरानी पुलिस थाना जाकर जाब्ता देने की बात कही। मगर भिरानी पुलिस ने नाकेबंदी की बात कहकर जाब्ता देने से मना कर दिया। इसके उपरांत अध्यक्ष व किसान अपने स्तर पर निगरानी पर निकले। किसान नेता मदनलाल बैनीवाल ने बताया कि पानी चोरी रोकने में की जा रही बहानेबाजी से स्पष्ट होता है कि बिना अधिकारियों के संरक्षण के पानी चोरी संभव नहीं है। किसानों ने भादरा के सत्तारूढ़ दल के एक जनप्रतिनिधि पर भी पानी चोरी करने वालो को संरक्षण देने का आरोप लगाया। उपखंड अधिकारी को दिये गये ज्ञापन में दोषी अधिकारियों को निलम्बित करने व तोड़े गये मोघों को सीज कर वर्तमान आपासी रिपोर्ट लेकर पानी चोरी करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
किसान नेता कामरेड ओम सहू ने बताया कि सरदारपुरा माइनर बंद होने के बावजूद भी बेखौफ तरीके से पानी चोरी कर माइनर में डाला जा रहा था। उन्होंने बताया कि पूर्व में सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में तय किया गया था कि नहरों की निगरानी के दौरान विभाग के कर्मचारी व पुलिस जाब्ता साथ होगा। मगर निगरानी के दौरान न जाब्ता मिलता है न अधिकारी आते हैं। जिस कारण पानी चोरी करने वालों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं और वे निगरानी के लिए जाने वाले अध्यक्षों पर हमला करते हैं।
ज्ञापन के देने के दौरान जल उपभोक्ता संगम सुमेरसिंह, रजाक खां, हेतराम, सिकन्दर खां, जुगलाल खाती, मदन बैनीवाल, कृष्ण कुमार, ओम सहू, सतवीर स्वामी, दाताराम, पूर्व सरपंच साहबराम, हंसराज शर्मा व सैकड़ों काश्तकार उपस्थित थे।


बाबा बनकर दरिंदा लूटता रहा बेटियों की आबरू , महीनों बाद खुला राज