नोटबंदी की मार, नहीं मिल रहे फल-सब्जियों के दाम

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 29 नवम्बर 2016, 3:39 PM (IST)

उदयपुर। नोटबंदी के निर्णय को 21 दिन का समय हो गया है, लेकिन अभी तक हालात पूरी तरह से काबू में नहीं आ पाए हैं। इसका बुरा असर किसानों और उनके द्वारा उगाई गई सब्जियों पर भी पड़ा है। जिले के कई गांवों से किसान शहर की सब्जी मंडी में सब्जियां लेकर पहुंचते हैं लेकिन, नोटबंदी के चलते सब्जी के भावों में करीब 40-50 फीसदी गिरावट देखी जा रही है। इसका सीधा सब्जी बेचने वाले निम्न वर्ग के साथ किसानों पर पड़ रहा है। किसानों को नोटबंदी के चलते आधे से कम दामों में मजबूरन सब्जियां बेचनी पड़ रही हंै। वहीं बाहर से आने वाले फलों की कीमतों में भी 20 फीसदी गिरावट आई है। यहां ट्रांसपोर्ट पर असर के चलते माल कम है, तो ग्राहक भी कम हैं। थोक विक्रेता मोहम्मद छोटू कुरैशी का कहना है कि सब्जियों की आवक तो काफी है लेकिन, नोटबंदी और खुले पैसे की किल्लत के चलते ग्राहकों की कमी है। सब्जी बेचने वाले सत्यनारायण वैष्णव ने बताया कि नोटबंदी की वजह से खुले रुपए की भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। ग्राहक नए नोट लेकर आते हैं तो उन्हे खुले पैसे देने की किल्लत झेलनी पड़ रही है। व्यापार चलाने के लिए मार्केट में जिन लोगों से खुले लेते हैं तो वह 20 पर्सेंट काटकर पैसे दे रहे हैंं। अगर बड़े नोट लेने से मना कर दें, तो रोजाना का 7-8 हजार का होने वाला कारोबार 2 से ढाई हजार पर आ जाता है।

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