फर्जी पुलिस इंस्पेक्टर के कारनामे पढ़कर दंग रह जाएंगे

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 29 नवम्बर 2016, 3:04 PM (IST)

झांसी।ASI जेपी गौतम शिफ्ट 16 से 24 ड्यूटी पर कार्यरत थे कि समय करीब 22.30 बजे प्रभारी निरीक्षक रेलवे सुरक्षा बल ग्वालियर व पुलिस कंट्रोल रूम ग्वालियर के द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि गाड़ी संख्या 12122 में कोई फर्जी पुलिस सब इंस्पेक्टर मध्य प्रदेश पुलिस की वर्दी के साथ जिसकी उम्र लगभग 24 -25 वर्ष है ग्वालियर स्टेशन से झांसी की ओर जाने के लिए चढ़ा है। सूचना पर सहायक उपनिरीक्षक जेपी गौतम गाड़ी के आने से पूर्व प्लेटफार्म पर पहुचे और उसी हुलिए के व्यक्ति को भागने का मौका नहीं देने और तत्काल पकड़ने के लिए स्टॉफ ब्रीफ कर तैनात हो गए गाड़ी प्लेटफार्म संख्या दो पर समय 23 बज के 42 मिनट पर आई। सहायक उपनिरीक्षक ने हमराह के साथ गाड़ी के एस 09 को व आसपास लगे सभी कोचो को गहनता से तलाशा परंतु बताए गए हुए का कोई व्यक्ति दिखाई नहीं दिया। तत्परता से सहायक उपनिरीक्षक द्वारा गाड़ी के अन्य कोचों को भी खंगाला गया तो एक व्यक्ति जो वर्दी पहने था हड़बड़ाहट में गाड़ी के कोच संख्या एक के शौचालय में घुसता हुआ दिखाई दिया। संदिग्ध वर्दीधारी के दिखने पर सहायक उपनिरीक्षक ने हमराह को सतर्क किया वह शौचालय को खटखटाकर खुलवाने के लिए प्रयास किए परंतु अंदर घुसे वर्दीधारी ने शौचालय को नहीं खोला जिससे शंका और प्रबल हुई सी एंड डब्ल्यू स्टाफ को बुलाया गया वह दरवाजे को खोलने का प्रयास किया इसी दौरान गाड़ी अपने समय से रवाना होने लगी जिसे सी एंड डब्ल्यू स्टॉप के माध्यम से कुछ समय के लिए रुकवाया गया।
खास खबर Exclusive: कई गलियों में बार बार बिका किशोर, पढ़ कांप जाएगी रूह

गाड़ी के शौचालय का दरवाजा तोड़कर उक्त वर्दीधारी को बाहर निकाला गया जो मध्यप्रदेश पुलिस के सब-इंस्पेक्टर की वर्दी में था। वह नेम प्लेट वैभव सिंह सेंगर नाम से लगाए हुए था। पूंछतांछ की तो वह कुछ संतोषजनक जवाब नहीं दे सका परंतु वह व्यक्ति पुलिसिया भाषा में बात करने लगा ,देख लेने की बातें करने लगा जिस पर सहायक उप निरीक्षक द्वारा तत्काल निरीक्षक को अवगत कराया। निरीक्षक का निर्देश पाकर उक्त व्यक्ति को उसके सामान के साथ में उतारकर थाना लाया गया व तत्काल निरीक्षक के निर्देशानुसार डबरा कोतवाल रविंद्र सिंह गुर्जर से संपर्क किया गया ।रविंद्र सिंह गुर्जर ने फोन पर तस्दीक किया कि वही व्यक्ति है जो भाग कर मध्य प्रदेश संपर्क क्रांति में चढ़ा है। उक्त व्यक्ति से पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम शिवनारायण सिंह पुत्र भोले सिंह उम्र 24 वर्ष निवासी 94 बी मारुति नगर कॉलोनी काली बिल्लोद थाना बेटमा जिला इंदौर मध्य प्रदेश व स्थाई पता गांव भोलेपुर थाना अजीतमल जिला औरैया उत्तर प्रदेश बताया। पता तस्दीक के लिए एक व्यक्ति के पास कोई परिचय पत्र तलाशी में नहीं मिला परंतु रूपये 8800 व दो मोबाइल बरामद हुए.उक्त व्यक्ति ने पूछताछ में स्वीकार किया कि वह थाना आतरी ग्वालियर जिला मध्य प्रदेश मैं फर्जी रूप से उपनिरीक्षक की वर्दी पहनकर थाना प्रभारी के नाम से पहुंचा।
आटो चालक को बैंक ने एक दिन में बनाया अरबपति

वह वहां पर थाना प्रभारी के नाम से आमद दर्ज किया और थाना प्रभारी के नाम से सरकारी कार्य किया वह अवैध उगाही भी किया बाद वह सुबह पोस्ट झांसी की सूचना पर थाना प्रभारी कोतवाली डबरा रविंद्र सिंह गुर्जर समय 3:00 बजे पोस्ट झांसी स्टेशन पहुंचे जिन्होंने पकड़ कर लाए व्यक्ति के बारे में बताया कि यह व्यक्ति मध्य प्रदेश पुलिस का बर्खास्त सिपाही है जिसे यह पता चल गया होगा कि थाना अंतरी ग्वालियर के प्रभारी की जगह खाली है जहां पर उपनिरीक्षक की वर्दी पहनकर यह व्यक्ति अपने आपको वहां पोस्ट होने की बात कहकर आमद दर्ज किया वह प्रभारी उप निरीक्षक का कार्यभार देखने लगा जिसके बारे में संदिग्ध गतिविधि मालूम होने पर व स्वं उक्त व्यक्ति को शंका होने पर सरकारी गाड़ी से सरकारी वाहन चालक से गाड़ी चलवाकर ग्वालियर पहुंचा जिसकी सूचना रेल सुरक्षा बल पोस्ट ग्वालियर वह झांसी को दिया। बाद समय 3:00 बजे सुपुर्दगी नामा बनाकर उक्त व्यक्ति को उपनिरीक्षक हरिराम यादव के समक्ष प्रभारी निरीक्षक कोतवाली डबरा रविंद्र सिंह गुर्जर को सुपुर्द किया जिसकी सूचना दिए मंडल नियन्त्रण कक्ष झांसी को दी गई
खास खबर Exclusive : लुटेरे की इस गैंग के शातिर तरीके से अफसर भी खा गए धोखा