अण्डों के बारे में तरह तरह की अटकलियाँ

www.khaskhabar.com | Published : सोमवार, 16 अक्टूबर 2017, 12:47 PM (IST)

अण्डों के बारे में तरह तरह की अटकलियाँ रहती हैं। लेकिन एक रिसर्च के मुताबिक हाल ही में अपने नये शोध में पाया है कि 30 साल पहले जिस तरह के अण्डे मुर्गियों देती थीं, उसके मुकाबले आज के अंडों में हानि पहुंचाने वाले कारकों में कमी आई है। अब मार्केट में मिलने वाले अण्डे ना सिर्फ पौष्टिक है बल्कि मोटापे को कम करता है साथ ही साथ हृदय रोग को भी कम करता है। आगे की स्लाइड्स पर क्लिक करें...


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अण्डे में 14 विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं और यह प्रोटीन और लेक्टिथिन का प्रमुख स्त्रोत हे। इसमें विटामिन ए, डी, ई, बी1, बी2, बी12 के अलावा कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नेसियम, आयरन और जिंक पाया जाता है।


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अण्डे में पाया जाने वाला प्रोटीन दिमाग की कोशिकाओं को ज्यादा सक्रिय बनाता है इसमें मौजूद कोलाई नामक तत्व दिमाग को तेज करने का काम करता है। यह कॉन्सन्टे्रशन लेवल को बढाने में भी मदद करता है।


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अधिक वजन की महिलाओं को नाश्ते में एक अण्डा जरूर खाना चाहिए। इससे अगले 24 घंटों में कम कैलोरी खर्च होती है।

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अण्डों में काफी मात्रा में कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है, इस कारण डॉक्टर अधिक अण्डे खाने से मना करते थे जबकि अण्डा खाने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर किसी भी तरह का क्लीनिकल प्रभाव नहीं पडता।


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जो लोग दिन में एक या दो अण्डे खाते हैं, उससे उनके सेरम लेवल में कोई अन्तर नहीं होता है। सेरम कोलेस्ट्रॉल में एचडीएल अच्छे कोलेस्ट्रॉल व एलडीएल खराब कोलेस्ट्रॉल होते हैं। एचडीएल की तुलना में एलडीएल हृदय रोगों का निर्धारण करता है। सेचूरेटेड और हाइड्रोजनीकृत वसा के सेवन से मोटापा होता है। इसका कारण एलडीएल का बढना है और यही हृदय रोगों को बढाता है।



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