डेनमार्क ओपन : क्वालिफाइंग मैच हारा यह भारतीय

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 19 अक्टूबर 2016, 1:00 PM (IST)

ओडेंसे (डेनमार्क)। भारत के अग्रणी पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी पारुपल्ली कश्यप मंगलवार को डेनमार्क ओपन के क्वालिफाइंग में हारकर बाहर हो गए। राष्ट्रमंडल गेम्स चैम्पियन कश्यप को क्वालिफाइंग के पहले दौर में 47वीं विश्व वरीयता प्राप्त इस्तोनिया के राउल मस्ट ने तीन गेमों तक खिंचे संघर्षपूर्ण मुकाबले में 21-13, 8-21, 22-20 से हराया। इसी वर्ष अप्रैल के बाद चोट के चलते चार महीने तक कोर्ट से बाहर रहने के कारण कश्यप को रैंकिंग में काफी नुकसान हुआ है।

ठीक एक वर्ष पहले कश्यप जहां विश्व रैंकिंग में आठवें पायदान पर थे, वहीं इस समय वे 92वें स्थान पर हैं। चोट के चलते रियो ओलम्पिक से बाहर रहे कश्यप ने मंगलवार को हुए मैच में शुरू से संघर्ष का माद्दा दिखाया। पहले गेम में एक समय वे 9-7 से आगे चल रहे थे। लेकिन यहां से राउल ने वापसी की और लगातार सात अंक अर्जित करते हुए 14-9 से अच्छी बढ़त हासिल कर ली।

फिर कश्यप उन्हें रोक नहीं पाए और पहला गेम गंवा बैठे। लेकिन दूसरे गेम में कश्यप ने जबरदस्त वापसी की और राउल को एकतरफा मुकाबले में पटखनी दी। कश्यप ने शुरुआत से ही अपना दबदबा कायम कर लिया और लगातार सात अंक लेते हुए पहले 8-3 से बढ़त ली, और इसके बाद सिर्फ दो अंक गंवाते हुए अपनी बढ़त 15-5 कर ली। यहां से कश्यप को जीत हासिल करने में राउल नहीं रोक पाए और उन्होंने लगातार तीन अंक लेकर गेम जीत लिया और स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया।

तीसरे निर्णायक गेम में भी कश्यप ने राउल को अच्छी टक्कर दी। हालांकि राउल को शुरुआती बढ़त हासिल करने का फायदा मिला। राउल एक समय 16-8 से आगे चल रहे थे। कश्यप ने पहले स्कोर का अंतर कम करते हुए 14-19 किया फिर लगातार छह अंक लेकर 20-19 से बढ़त ले ली। कश्यप को यहां सिर्फ एक अंक और चाहिए था, लेकिन राउल आखिर के तीन अंक अपने नाम करने में सफल रहे और कश्यप दुर्भाग्य का शिकार हो मैच गंवा बैठे। टूर्नामेंट में किदांबी श्रीकांत और ओलम्पिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधु मुख्य मुकाबले में भारत का नेतृत्व करते नजर आएंगे।

ISL-3 : दिल्ली ने दिखाया दम, मुंबई को बराबरी पर रोका


नई दिल्ली। दिल्ली डायनामोज ने मंगलवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के अपने चौथे मुकाबले में मुम्बई को 3-3 की बराबरी पर रोक लिया। दिल्ली ने दो मौकों पर दो गोल के अंतर से पिछडऩे के बाद शानदार वापसी की और मुम्बई को अंक बांटने पर मजबूर किया।

हंगरी के तेजतर्रार मिडफील्डर क्रिटीयन वादोज द्वारा पहले हाफ में छह मिनट के भीतर किए गए दो गोलों ने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम मे 15,269 दर्शकों की मौजूदगी में खेले गए इस मैच में दिल्ली की हालत खराब कर दी थी। ऐसा लग रहा था कि दिल्ली या तो इसी या फिर इससे बड़े अंतर से मैच गंवा देगी लेकिन दिल्ली ने अपना अब तक का सबसे बेहतरीन खेल दिखाते हुए मुम्बई के अरमानों पर पानी फेर दिया।

हंगरी के लिए अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खेल चुके वादोज ने 33वें और 39वें मिनट में गोल करते हुए दिल्ली को असहाय बना दिया था। दिल्ली की टीम पहले हाफ में बड़े मौके नहीं बना सकी। साथ ही जो मौके उसके हाथ आए भी वो भी उसकी अग्रिम पंक्ति ने गंवा दिए। दूसरे हाफ में हालांकि दिल्ली ने वापसी की और 51वें मिनट में अपना पहला गोल किया।

उसके लिए यह गोल रिचर्ड गाद्जे ने किया। इस गोल ने दिल्ली को वापसी का साहस दिया लेकिन उसके लिए मंजिल अभी भी काफी दूर थी। दिल्ली को जीत के लिए अभी भी दो गोल करने थे लेकिन इस बीच सोनी नोर्डे ने मुम्बई के लिए 69वें मिनट में तीसरा गोल करते हुए उसके लक्ष्य को और मुश्किल बना दिया। नोर्डे ने यह गोल ब्रीटो आल्वेस के पास पर किया। ऐसा लगा कि दिल्ली फिर से दो गोल का अंतर कायम होने के बाद हार मान लेगी लेकिन हुआ इसके उलट।

दिल्ली ने 76वें मिनट में बादारा बाद्जी द्वारा किए गए गोल की मदद से एक बार फिर वापसी की। बाद्जी ने यह गोल रिचर्ड गाद्जे के पास पर किया। गाद्जे ने 82वें मिनट में अपनी टीम के लिए पेनल्टी किक भी हासिल की। यह पेनल्टी गाद्जे को बाक्स में गेरसन विएरा द्वारा गिराए जाने के बाद मिली और इस पर मार्सेलो लीते परेरा ने गोल करने में कोई गलती नहीं की।

(IANS)