ISIS से 20गांव मुक्त,मोसुल में भीषण जंग

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 19 अक्टूबर 2016, 11:46 AM (IST)

बगदाद। मोसुल से आईएसआईएस को खदेडऩे की सोमवार को शुरू हुई कवायद के तहत इराक और अमेरिका नीत गठबंधन सेनाओं ने अभियान शुरू होने के 24 घंटों के भीतर ही मोसुल के बाहरी इलाके में बसे करीब 20 गांवों को अपने कब्जे में ले लिया है। उधर, एक सैनिक के शरीर में लगे कैमरे में कैद हुई फुटेज से मोसूल में हो रही लड़ाई की खौफनाक तस्वीरें सामने आई हैं। एक कुर्दिश लड़ाके ने इसे भयानक गोलीबारी और बम धमाकों के बीच खुले मैदान में भागते समय रिकॉर्ड किया। मेल ऑनलाइन की खबर के मुताबिक, फुटेज में इस सैनिक के साथ पेशमेरगा लड़ाकों की एक टीम भी दिख रही है, जो कि अपनी जान जोखिम में डालकर लड़ाई के मैदान में बनी एक इमारत में पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
इस वीडियो में आईएसआईएस के आतंकी ‘चूहों की तरह इधर-उधर भागते और हमले करते’ हुए नजर आ रहे हैं। शहर में खुदी हुई कई सुरंगों से निकलकर वे अचानक ही सैनिकों पर आत्मघाती हमला कर देते हैं। मोसुल में चल रही लड़ाई आने वाले दिनों में और भयानक होने की उम्मीद है। इसे देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने वहां रह रहे लोगों से शहर छोडक़र भागने की अपील की है। डर है कि आईएसआईएस भाग रहे लोगों को ढाल बनाने की कोशिश करेगा। इसके अलावा ऐसी संभावनाएं भी जताई जा रही हैं कि आतंकवादी केमिकल हथियार, लंबी दूरी से निशाना लगाकर गोली मारने वाले निशानेबाज और कई तरह के जाल बिछाकर खुद को बचाने की कोशिश करेंगे। हवाई बमबारी से बचने के लिए आईएसआईएस की ओर से ऑइल फायरिंग की गई, जिससे कि आसमान धुएं से भर गया और हवाई हमला करना मुश्किल साबित होने लगा।

यह वीडियो इराक के एक टीवी स्टेशन ने जारी किया। इसमें इराकी और सहयोगी देशों के सैनिक मोसुल शहर के पास खाजेर में आतंकियों के साथ लड़ते हुए दिख रहे हैं। यहां आसपास बहुत ज्यादा गोलीबारी हो रही है। वीडियो में इराकी सैनिक एक इमारत में घुसने के लिए दौड़ते हुए दिखे और वहां पहुंचकर उन्होंने आतंकियों पर हमला करना शुरू कर दिया। इराकी फौज को मोसुल की ओर बढऩे से रोकने के लिए आईएसआईएस सोमवार से ही कार बम हमले और ऑइल फायर जैसे तरीकों का इस्तेमाल कर रहा था। वीडियो को देखकर लगता है कि इन चुनौतियों को पार करने में सैनिकों को कामयाबी मिल गई है। सेना को बढऩे से रोकने के लिए आईएसआईएस ने एक दिन में 12 आत्मघाती हमले करने का दावा किया है।
इराकी लेफ्टिनेंट मेहसेन गर्दी ने डेली टेलीग्राफ को बताया कि मोसुल के बाहर एक गांव में चल रही लड़ाई के दौरान आईएसआईएस आतंकी वहां बने सुरंगों के जाल से चूहों की तरह निकलकर हम पर आत्मघाती हमले कर रहे थे।’ मंगलवार रात उन्हें मोसुल के पूर्व में स्थित कुछ गांवों को आईएसआईएस से छीनने में कामयाबी मिली। अब इराकी सेना मोसुल पर कब्जे की अपनी कार्रवाई के अगले चरण की ओर बढ़ रही है। एक इराकी कर्नल ने मंगलवार को बताया कि उनकी सेना अपने मकसद में कामयाब रही है और अब वे खाजेर इलाके में अपने मोर्चों पर डटे हुए हैं। यह सेना अभी आगे बढऩे की जगह अपनी पोजिशन्स पर जमी हुई है। सोमवार को यहां दोनों पक्षों के बीच जमकर लड़ाई हुई थी। भारी मात्रा में हवाई बमबारी भी की गई थी।

मोसुल आईएसआईएस का आखिरी शहरी गढ़ है। इसे उनके कब्जे से वापस लेने की सैन्य कार्रवाई सोमवार को शुरू की गई। लड़ाई का फ्रंट लाइन मोसुल के पूर्व में शहर से करीब 20 मील की दूरी पर है। यह लड़ाई लंबी चलने की उम्मीद है। इराकी सेना के मुताबिक, सुन्नी कबीलों के लड़ाके और कुर्दिश पेशमेरगा के जवान पहले शहर को चारों ओर से घेरने की कोशिश करेगें। इसके बाद से आईएसआईएस को बाहर खदेडऩे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। माना जा रहा है कि मोसुल में फिलहाल 10 लाख लोगों की आबादी है। शहर में 4,000 से 8,000 आईएसआईएस आतंकवादियों के मौजूद होने की संभावना है। मंगलवार को इस लड़ाई में ब्रिटिश लड़ाकू विमानों की भूमिका काफी अहम साबित हुई। जेट विमानों ने आईएसआईएस की पोजिशन्स को निशाना बनाकर बमबारी की।
सैन्य प्रमुखों के मुताबिक, अभी तक की लड़ाई में जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। हमले में 40,000 से ज्यादा इराकी और कुर्दिश सैनिक शामिल हैं। इन्हें अमेरिका के नेतृत्व में गठित 60-देशों से आसमान और जमीन दोनों पर ही मदद मिल रही है। माना जा रहा है कि मोसुल को जीतना काफी चुनौतीपूर्ण साबित होगा और इस अभियान में महीनों लग सकते हैं।