दो समुदायों में झगड़ा, पथराव, फायरिंग, इलाका छावनी में बदला

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 18 अक्टूबर 2016, 8:40 PM (IST)


कपूरथला। सुल्तानपुर लोधी पवित्र नगरी डल्ला में गुरुद्वारा श्री बाऊली साहिब में कथा कर रहे एक कथा वाचक द्वारा कथित तौर पर भगवान श्री वाल्मीकि जी पर की गई किसी टिप्पणी के बाद सिक्ख और वाल्मीकि समुदाय के बीच विवाद हो गया। नौबत बंदूको की गोलिया व एक दूसरे पर पथराव करने तक पहुंच गई। सिथति को तनावपूर्ण होती देख पुलिस के आला अधिकारियों को पूरा इलाका पुलिस छावनी में तबदील करना पड़ा। इस विवाद में घटना स्थल पर सतकार कमेटी के प्रमुख सुखजीत सिंह खोसा की गाड़ी को प्रदर्शनकारियों ने तोडफोड दी।विवाद की चिंगारी उस समय भड़की जब गुरुद्वारा साहिब के कथा वाचक भाई मनप्रीत सिंह सुबह 8 बजे कथा समाप्त कर चुके थे कि अचानक कुछ लोगों ने कथा वाचक पर भगवान ऋषि वाल्मीकि विरुद्ध कथित तौर पर गल्त टिप्पणी करने के आरोप लगाने शुरु कर दिए हालांकि कथा वाचक ने इस बात को लेकर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से बार-बार इंकार करते हुए कहा कि वह भगवान ऋषि वाल्मीकि जी का पूरा सम्मान करते है। कथा वाचक की सुरक्षा को देखते हुए सुल्तानपुर लोधी पुलिस ने उसे थाने में बंद कर दिया।

जानकारी के अनुसार मामले के शुरुआती दौर में डीएसपी प्यारा सिंह ने गुरुद्वारा डल्ला साहिब के अंदर दोनों पक्षो की सुनवाई करते हुए मामला शांत करने में सफलता हासिल कर ली। लेकिन गुरुद्वारा साहिब के बाहर बैठे प्रदर्शनकारियों और सतकार कमेटी के प्रमुख सुखजीत सिंह खोसा व उनके अन्य साथीयो के बीच पैदा तकरार से विवाद ने हिंसक रुप धारण कर लिया जिसके चलते मौके पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों को गुरुद्वारा साहिब की सुरक्षा हेतु गेट बंद करने पड़े। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस बल की भारी तैनाती आला अधिकारी को करनी पड़ी।



वाल्मीकि भाईचारे से संबंधित प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि वे गुरुद्वारा साहिब के बाहर शांतमयी ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे इसी दौरान पहुंची सतकार कमेटी के नेताओं ने उनसे मारपीट कर माहौल को बिगाडने को हवा दी है। जबकि गुरुद्वारा साहिब के अंदर बैठे सिख भाईचारे के लोगों का आरोप है कि वाल्मीकि भाईचारे के लोग गुरु साहिबान प्रति अपशब्द बोल रहे थे और गुरुद्वारा साहिब के गेट पर और भीतर पथराव कर रहे थे। जिसके चलते माहौल बिगड़ा। मीडिया कर्मी जब मौके पर पहुंचे तो पाया कि गुरुद्वारा साहिब की छत पर कुछ युवा गोलियां चला कर गुरुद्वारा साहिब पर पथराव करती हुई भीड़ को रोक रहे थे। दूसरी ओर से गुस्साए लोग गोलिया चला रहे लोगों की ओर पथराव करते हुए पाए जा रहे थे। तब तक पुलिस बल सुखजीत सिंह खोसा को गुरुद्वारा साहिब से बाहर ले जा चुका था।

मामले की गंभीरता को देख डीसी कपूरथला जसकिरण सिंह, एसएसपी राजिंद्र सिंह, एसपी बहादुर सिंह ने मौके का दौरा किया और विस्फोटक रुप धारण कर चुकी सिथति पर काबू पाने हेतू जिला कपूरथला का भारी पुलिस बल तैनात किया। सायं 5 बजे खबर लिखे जाने तक सिथति पुलिस के नियंत्रण में थी और प्रशासन के आला अधिकारी दोनों ही पक्षों को शांत करने की कोशिशो में जुटे हुए थे। गुरुद्वारा साहिब के अलावा डल्ला में भगवान ऋषि वाल्मीकि जी के मंदिर में सुरक्षा के लिए पुलिस द्वारा इंतजाम किए गए है। अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच के बाद जो भी आरोपी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कानूनी कारवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा कि शांति भंग करने वाले लोग बख्शे नहीं जाएंगे। इस मौके पर इंटरनैशनल वाल्मीकि सभा प्रधान जगीर सिंह कालरु, सरवन सिंह गिल, संगत सिंह रंधावा प्रदेश उपाध्यक्ष बाबा जीवन सिंह कमेटी, परमजीत सिंह जिला चेयरमैर रंगरेटा दल, लखबीर सिंह लखन, गुरप्रीत सिंह याहमा, गुरप्रीत सिंह हनी आदि उपासिथत थे। सिविल प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम डा. चारुमिता, तहसीलदार तपन भनोट भी मौके पर उपसिथत होकर सिथति पर नजर रखे हुए है। गुरुद्वारा बाऊली साहिब में गुरुद्वारा श्री बेर साहिब के मैनेजर भाई गुरा सिंह मान, महिंद्र सिंह आहली सचिव एसजीपीसी ने गुरुद्वारा साहिब में हुए नुक्सान की निंदा करते हुए आरोपियो विरुद्ध कारवाई की मांग की है। डीएसपी प्यारा सिंह ने बताया कि कथा वाचक मनप्रीत सिंह विरुद्ध 295 की धारा तहत मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि दूसरी ओर वाल्मीकि भाईचारे से संबंधित कुछ व्यकितयों जिन्होंने गुरुद्वारा साहिब पर पथराव किया के विरुद्ध भी इसी धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।