डॉक्टर भूले मानवता, ऑपरेशन के बाद महिला मरीज को मिली जमीन

www.khaskhabar.com | Published : मंगलवार, 18 अक्टूबर 2016, 4:47 PM (IST)

जैसलमेर। एक तरफ जहां केंद्र व राज्य सरकार नसबंदी करवाने पर जोर दे रही है तथा उसका प्रचार-प्रसार भी कर रही है। वहीं दूसरी तरफ जैसलमेर के जिला चिकित्सालय में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है, जिसमें नसबंदी करवाने आई महिला को नसबंदी करने के बाद भगवान भरोसे छोड़ जमीन पर ही लिटा दिया। पास ही बैंच खाली पड़ी होने के बावजूद महिला को फर्श पर ही छोड़ दिया गया। सरकारी अस्पताल में संवेदनहीन डॉक्टरों को एक पलंग तक नहीं मिला।

नसबंदी कर जमीन पर लिटाया

जैसलमेर का एक मात्र सरकारी अस्पताल वहां के डॉक्टरों की संवेदनहीनता का परिचायक बनता नजर आ रहा है। खास खबर डॉट कॉम के संवाददाता मंगलवार को जब जवाहर अस्पताल पहुंचे तो ट्रोमा सेंटर के दरवाजे के अंदर एक महिला को सोता पाया गया। जमीन पर लेटी बाड़मेर के शिव गांव निवासी महिला राधा से पूछने पर उसने बताया कि उसने अभी नसबंदी का ऑपरेशन करवाया है और डॉक्टरों ने ही यहीं लिटा दिया था। ऐसे हाल में डॉक्टरों की यह लापरवाही इस महिला के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। जमीन पर लिटाने के बाद महिला को संक्रमण का खतरा बढ़ गया। इस सबकी चिंता किए बिना महिला को जमीन पर लिटा दिया गया।

बैंच ही नहीं हैं तो हम क्या करें

डॉक्टरों की इतनी बड़ी लापरवाही और संवेदनहीनता के बारे में जब संवाददाता ने पीएमओ जेआर पंवार से बात की, तो उनका जवाब भी चौंकाने वाला था। पीएमओ ने कहा कि जमीन पर लिटाना तो गलत है, लेकिन नसबंदी के एक-दो केस ही आते हैं, इसलिए हम पिछले एक साल से उनको ट्रोमा सेंटर में ऑपरेट कर रहे हैं। रहा सवाल पलंग का तो यहां चार बैंच लगी हुई थीं, मगर वे पिछले दिनों प्रसूति वार्ड में शिफ्ट कर दी गईं, इसलिए ये दिक्कत आ रही है।