भरतपुर। यहां चल रही जसवंत प्रदर्शनी और पशु मेला में आए दुकानदारों से जिला प्रशासन द्वारा किराया वसूल करने के मामले को लेकर सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष व डीग-कुम्हेर विधायक विश्वेन्द्र सिंह मेले में पहुंचे। यहां उन्होंने व्यापारियों की समस्यायों को सुना और किसी भी कीमत पर व्यापारियों के साथ अन्याय नहीं होने देने का विश्वास दिलाया। इस दौरान विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि रियासत काल से यह मेला भरतपुर में आयोजित हो रहा है। पूर्व में तो महाराजाओं द्वारा व्यापारियों को नि:शुल्क दुकानें लगाने के लिए भूमि आवंटित की जाती थी लेकिन, बाद में सरकार ने व्यापारियों से शुल्क लेना शुरू कर दिया।
मेला अवधि बढऩे का ले रहे किराया
विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि मेला अवधि बढऩे का कभी भी शुल्क नहीं लिया
गया है। अब प्रशासन द्वारा पहली बार मेला अवधि बढऩे का किराया मांग कर
व्यापारियों की भावनाओं के साथ कुठाराघात किया जा रहा है। इसे सहन नहीं
किया जाएगा। उन्होंने प्रशासन द्वारा किए गए निर्णय को विवेकहीन बताते हुए
कहा कि भरतपुर की जनता कमजोर नहीं है, जो किसी अधिकारी के तुगलकी फरमान को
सहन कर सके। इस दौरान समाजसेवी गिरधारी तिवारी, जिला व्यापार महासंघ के
अध्यक्ष संजीव गुप्ता, पार्षद संजय शुक्ला, सुनील प्रधान, हेमेंद्र चीकू,
दिनेश खंडेलवाल आदि ने भी प्रशासन के तुगलकी फरमान का विरोध करे हुए आंदोलन
की चेतवानी दी।